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कश्मीर में बर्फबारी के बीच सेना ने जच्चा-बच्चा को अस्पताल से पहुंचाया घर - जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ

कश्मीर में भीषण बर्फबारी के बीच सेना लोगों का सहारा बनी हुई है. लोगों का सेना पर जो भरोसा है, उसे कायम रखते सेना बड़ी से बड़ी परेशानी में भी डटकर लोगों को मदद पहुंचा रही है. ऐसी ही एक मामले में सेना ने भारी बर्फबारी के बीच देवदूत बनकर गर्भवती महिला की जान बचाई. साथ ही सेना के जवानों ने महिला और उसके बच्चे को सुरक्षित तरीके से अस्पताल से घर भी पहुंचाया.

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सेना बनी देवदूत

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Published : Jan 8, 2021, 1:39 PM IST

Updated : Jan 8, 2021, 2:03 PM IST

श्रीनगर : कश्मीर में भारी भीषण बर्फबारी के बीच जहां हर संपर्क टूट चुका है, वहीं इस आपात स्थिति में सेना नागरिकों की मदद के लिये हर संभव प्रयास कर रही है. ऐसी स्थिति में भारतीय सेना के जवानों ने कश्मीर के कुपवाड़ा में बर्फ में फंसी एक गर्भवती महिला को बचा लिया और अस्पताल तक पहुंचाया. अस्पताल में महिला ने बच्चे को जन्म दिया. इसके बाद सेना के जवानों ने एक बार फिर महिला और नवजात शिशु को अस्पताल से उसके घर पहुंचाया गया. फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. सेना ने दोनों को अस्पताल से घर भी पहुंचाया.

गर्भवती महिला के लिए सेना बनी देवदूत

बताया जा रहा है कि बर्फ में फंसी गर्भवती महिला को सेना के जवानों ने घुटने तक जमी बर्फ में दो किलोमीटर तक पैदल चल अस्पताल पहुंचाया. घटना बीते मंगलवार देर रात की है. कुपवाड़ा के करालपुरा में सेना के पास मंजूर अहमद शेख नामक शख्स का फोन आया. उसने सेना से कहा कि उनकी पत्नी शबनम बेगम को प्रसव पीड़ा हो रही है और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने की जरूरत है.

इस बीच भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण, ना तो सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा वाहन और ना ही नागरिक परिवहन उपलब्ध था. सड़क पर जमी बर्फ साफ करना भी संभव नहीं था. ऐसी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सेना के जवान एक नर्सिंग स्टाफ और चिकित्सा उपकरणों के साथ मौके पर पहुंचे.

सेना के जवानों ने महिला और परिवार को घुटने पर जमी बर्फ में दो किलोमीटर तक पहुंचाया, जहां से महिला को करालपुरा अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल पहुंचने पर महिला को तुरंत चिकित्सा कर्मचारियों ने देखभाल शुरू कर दी.

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सेना ने एक बयान में कहा, पीड़ित परिवार और नागरिक प्रशासन ने मानवीय प्रयासों के लिए सेना की टुकड़ी को धन्यवाद दिया और संकट के वक्त सेना को अवाम के सच्चे दोस्त के रूप में सराहा. बच्चे के जन्म के बाद पिता सैनिकों को मिठाई बांटने ऑपरेटिंग बेस पर पहुंचे.

अब तक सेना के जवानों ने कश्मीर में दो दर्जन से अधिक गर्भवती महिलाओं को बफीर्ले इलाकों से बाहर निकाला है.

Last Updated : Jan 8, 2021, 2:03 PM IST

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