नई दिल्ली : सेना प्रमुख (चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Army Chief Naravane) ने कहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (naravane pakistan occupied Kashmir) में लॉन्चपैड (terrorists at PoK launchpads) और प्रशिक्षण शिविरों में 350-400 आतंकवादी मौजूद हैं. भारतीय सेना की वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, नरवणे ने कहा कि पाकिस्तान से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर खतरा किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है.
पाक के नापाक इरादे उजागर, भारत का जीरो टॉलरेंस
बुधवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा, हालांकि नियंत्रण रेखा के पार लॉन्च पैड में आतंकवादियों (terrorists at PoK launchpads) की एकाग्रता में वृद्धि और बार-बार घुसपैठ की कोशिशों ने एक बार फिर उनके (पाकिस्तान के) नापाक इरादों को उजागर कर दिया है. उन्होंने कहा, हमने अपनी ओर से आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस (naravane Zero Tolerance to terror) दिखाने का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में संपूर्ण सरकार के दृष्टिकोण से सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है.
घाटी को अशांत करने का प्रयास
उन्होंने कहा कि छद्म आतंकवाद तंजीम का मुखौटा (facade of proxy terror Tanzeems) लगाकर आतंकवाद को एक स्वदेशी रंग देने के प्रयास (indigenous hue to terrorism Efforts) बुरी तरह विफल रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों ने अल्पसंख्यकों और गैर स्थानीय लोगों को निशाना बनाकर घाटी में शांति भंग करने के अपने प्रयासों को फिर से सक्रिय कर दिया (re-energised attempts of disrupting Valley) है.
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नरवणे ने कहा, हालांकि, हम इन चुनौतियों का मुकाबला करने में सक्षम हैं. सियाचिन के बारे में बात करते हुए नरवणे ने कहा कि सियाचिन मामला पाकिस्तान की एकतरफा कोशिशों के कारण हुआ है. यह बताते हुए कि कैसे सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया हो सकती है, नरवणे ने कहा कि भारतीय सेना सियाचिन ग्लेशियर के विसैन्यीकरण के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा, लेकिन एक पूर्व शर्त पाकिस्तान द्वारा वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा की स्वीकृति है.