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सिर पर नहीं रखें कर्ज का बोझ, लोन से मुक्ति के लिए ऐसे करें प्लानिंग

लोन लेने के बाद आप फाइनैंशियल प्रॉब्लम का तात्कालिक समाधान कर सकते हैं मगर इसके साथ ही कर्ज को खत्म करने लिए उचित प्लानिंग करना भी जरूरी है. अगर आप लोन को व्यवस्थित तरीके से खत्म नहीं करते हैं तो आप कर्ज में डूब जाएंगे. इसके बाद कई अन्य समस्याएं सामने जाएंगी, जो आपकी रूटीन लाइफ को प्रभावित कर देगी. इसके अलावा, कर्ज के टेंशन का असर आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है. अगर ऐसे में हॉस्पिटलाइजेशन की नौबत आई तो वह आपकी जेब में छेद कर देगा. यानी आप पूरी तरह तबाह हो सकते हैं.

debt burden here are steps to clear them
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Published : Jan 10, 2022, 11:59 AM IST

हैदराबाद :जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन रखना चाहिए, खासकर पैसों के मामले में. अगर रुपये-पैसे के मामले में संयम नहीं बरता तो आप कर्ज में डूब जाएंगे. यदि आपका खर्च आपकी इनकम से अधिक है, तो आपको समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. अक्सर जाने-अनजाने में जब कर्ज का बोझ बढ़ता है, तब ब्याज का फंदा भी सिकुड़ता रहता है. ऐसे हालात में पैसों के लिए संघर्ष करना पड़ता है, इसलिए पैसों के मामले में अनुशासन बनाए रखना और कर्ज से बाहर निकलना जरूरी है. आइए जानते हैं कि बिना ज्यादा परेशानी के कर्ज कैसे चुकाएं.

एक बार जब हमारा खर्च आय से अधिक हो जाता है तो हम लोन डिफॉल्ट की स्थिति में पहुंच जाते हैं. एक लोन को चुकाने से पहले से ही दूसरा लोन सामने आ जाता है. कुछ वर्षों में यह असहनीय भारी बोझ बन जाता है. लोन के समय से नहीं चुकाने के कारण क्रेडिट स्कोर भी खराब हो जाता है, जिसे आपने कई वर्षों की मेहनत के बाद खड़ा किया है. इसके अलावा ब्याज का बोझ भी बढ़ जाता है. इसलिए वित्तीय अनुशासन के साथ इस कर्ज के बोझ से निकलने के उपाय जानना अच्छा है.

कर्जों को चुकाने के लिए हमें हमेशा पॉजिटिव नजरिया और एटीट्यूड रखना चाहिए. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि लोन को समय से चुकाना हमारी नैतिक और लीगल जिम्मेदारी है. यदि आप कर्ज के भुगतान में देरी करते हैं या नहीं चुकाते हैं तो आपका CIBIL (क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड) स्कोर प्रभावित होगा. इस कारण भविष्य में आपको कोई लोन नहीं मिलेगा और साथ ही पुराने लोन पर उच्च ब्याज दर भी चुकानी होगी. इसलिए हमेशा सभी लोन के भुगतान करने के लिए तैयार रहें. यदि आवश्यक हो, तो पर्सनल फाइनैंस प्रफेशनल की सलाह लें.

कभी-कभी हमारे कुछ फैसले फाइनैंशियल नुकसान के कारण बन जाते हैं. कई लोगों की आदत होती है कि बिना प्लानिंग किए और अपनी इनकम की परवाह किए बगैर सब कुछ खरीद लेते हैं. यह आदत उन्हें कर्ज के दलदल में धकेल देती है. अगर अगर कर्ज बढ़ रहा है तो सबसे पहले उसे कम करने की कोशिश करें, मगर ज्यादा चिंता नहीं करें. लोन चुकाने के लिए किसी फाइनैंशियल एक्सपर्ट की सलाह लें. सबसे पहले उन लोन को जमा करने में वरीयता दें, जिसमें आपको ज्यादा ब्याज का भुगतान करना पड़ रहा है. उदाहरण के लिए क्रेडिट कार्ड बिल. इन्हें जितनी जल्दी भुगतान किया जाए, उतना अच्छा है. कुछ लोन लॉन्ग टर्म होते हैं और उन पर ब्याज दर कम होता है. उदाहरण के लिए होम लोन. ऐसे लोन के मंथली इन्स्टॉलमेंट को किसी भी हाल में बंद नहीं करें. इससे आपको इनकम टैक्स में भी छूट मिलती है.

इसके अलावा दो या तीन छोटे-छोटे कर्ज को चुकाने के लिए सिंगल लोन ले सकते हैं. इससे लोन की टेंशन में कुछ राहत मिल सकती है. उदाहरण के लिए, दो से तीन क्रेडिट कार्ड के बिल को खत्म करने के लिए एक पर्सनल लोन लिया जा सकता है. अगर आपके पास होम लोन है तो बेहतर है कि टॉप-अप लोन लें और सभी लोन चुका दें. अगर आपको लगता है कि कर्ज चुकाना बोझ होगा तो बैंक से संपर्क करें और पता करें कि क्या किस्त की राशि कम करना संभव है. कुछ मामलों में लोन के किस्त में कुछ समय के लिए छूट मिल जाती है. तब आप इस समय में दूसरे लोन को कम कर सकते हैं. इससे आर्थिक रूप से कुछ राहत मिलेगी. हालांकि, यह मत भूलिए कि इन किस्त रोकने से ब्याज की राशि बढ़ती रहेगी.

कर्ज चुकाने में कभी कंजूसी नहीं करें बल्कि आप अपनी पूरी क्षमता से इसके लिए प्रयास करें. ज्यादातर कर्जों में ब्याज की दर अधिक होती है. जरूरत पड़ने पर सोना या किसी अन्य संपत्ति को जमानत के तौर पर लेकर कर्ज लें. इससे आपको लोन पर कम ब्याज देना पड़ेगा. ऐसा तभी करें जब आपको लोन की सख्त दरकार हो. लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देने वाली निवेश योजनाओं में निवेश करें. ऐसे हाई रेट ब्याज वाले लोन नहीं लें जो आर्थिक रूप से हमें दिवालिया बना दे. कर्ज के बोझ के बिना शांतिपूर्ण जीवन के लिए यही बातें याद रखने वाली हैं.

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