AQI Level in Delhi : दिवाली से पहले और जहरीली हुई दिल्ली की हवा, विफल हो रहे प्रदूषण रोकथाम के तमाम प्रयास
दिल्ली एनसीआर में एक्यूआई का स्तर सुधारने की जगह और बदतर होता जा रहा है. राजधानी के कुछ इलाकों में तो यह स्थिति है कि एक्यूआई खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है, जिससे कहा जा सकता है कि दिल्ली सरकार के प्रदूषण रोकने के सभी प्रयास विफल होते नजर आ रहे हैं. aqi level in delhi ncr, air quality index, Central Pollution Control Board
नई दिल्ली: दिल्ली में बुधवार को लगातार पांचवें दिन भी एक्यूआई 'खतरनाक' श्रेणी में बना हुआ है. प्रदूषण की रोकथाम को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से किए जा रहे तमाम प्रयास विफल हो रहे हैं. बुधवार सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 371 दर्ज किया गया. इससे पहले मंगलवार शाम दिल्ली का एक्यूआई 359 दर्ज किया गया था. यह प्रदूषण दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे एनसीआर को अपनी चपेट में ले रहा है, जिससे एनसीआर गैस चेंबर बना हुआ है. इसके चलते चिकित्सक, लोगों को मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं.
दिल्ली सरकार की ओर से दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान एक अक्टूबर से लागू किया गया है. साथ ही विभिन्न जगहों पर कूड़ा जलाने, औद्योगिक इकाइयों, सड़कों और निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल की रोकथाम के लिए विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं. वहीं वाहनों से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार की ओर से 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' अभियान चलाया चलाने के साथ ऐसे हॉटस्पॉट जहां पर प्रदूषण का स्तर ज्यादा रहता है वहां पर विभिन्न टीम में निगरानी कर रही है और कारणों का पता लगाकर उनपर काम भी कर रही है. इसके अलावा प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रेडेड एक्शन रिस्पॉन्स प्लान का दूसरा चरण भी लागू कर दिया गया है. इसके बावजूद प्रदूषण में कमी नहीं आ रही.
प्रदूषण का आरोप बाहरी राज्यों पर:आम आदमी पार्टी की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण की रोकथाम के लिए तमाम प्रयास कर रही है, लेकिन करीब 70 प्रतिशत प्रदूषण दिल्ली से सटे बाहरी राज्यों से आ रहा है, जहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार है.
आठ इलाकों में एक्यूआई 400 के पार:बुधवार सुबह दिल्ली के आठ इलाकों में प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया. दिल्ली के नेहरू नगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 402, सोनिया विहार का 414, रोहिणी का 406, वजीरपुर का 424, बवाना का 404, मुंडका का 405, आनंद विहार का 426 और न्यू मोती बाग का एक्यूआई 436 दर्ज किया गया. इन इलाकों में प्रदूषण खतरनाक श्रेणी में है. डॉक्टर बताते हैं कि ऐसी स्थिति में फेफड़े व दिल के मरीजों के लिए समस्या बढ़ सकती है. वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य डॉ. अनिल कुमार गुप्ता की मानें तो दिल्ली में जगह-जगह सड़कें टूटी हुई है, जिससे धूल उड़ती रहती है. साथ ही जगह-जगह जाम लगने से भी प्रदूषण हो रहा है, इसलिए सबको मास्क लगाने की जरूरत है.
दिल्ली के इलाकों में प्रदूषण की स्थिति: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीपी) की ओर से 36 स्थानों पर वायु गुणवत्ता मापी जाती है. इनमें से आठ स्थानों पर एक्यूआई 400 से अधिक और अन्य इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया. बुधवार को अलीपुर में एक्यूआई 348 दर्ज किया गया, जबकि शादीपुर में 376, एनएसआईटी द्वारका में 359, डीटीयू में 373, आईटीओ में 349, मंदिर मार्ग में 360, आरके पुरम में 382, पंजाबी बाग में 386, लोधी रोड में 339, मथुरा रोड में 387, आईजीआई एयरपोर्ट में 351, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 361, द्वारका सेक्टर-8 में 362, पटपरगंज में 380, डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में 376, अशोक विहार में 343, जहांगीरपुरी में 399, विवेक विहार में 376, नजफगढ़ में 351, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 371, नरेला में 382, ओखला फेस 2 में 389, अरविंदो मार्ग में 348 और बुराड़ी में एक्यूआई 370 दर्ज किया गया.
दिल्ली एनसीआर के शहरों में बुधवार सुबह प्रदूषण की स्थिति-