नई दिल्ली :कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर है. भारत में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल जल्द शुरू होगा. स्पूतनिक वी वैक्सीन को देश में दूसरे और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मंजूरी मिल गई है.
इस मामले में नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को कहा कि हम अपने देश में उनके परीक्षण से सफलता की उम्मीद कर रहे हैं. वे निश्चित रूप से महामारी को नियंत्रित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सभी टीका उम्मीदवार अच्छा कर रहे हैं.
मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. पॉल ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण लगभग पूरा कर लिया है और अब इसके आगे की कार्रवाई चल रही है.
भारत बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन उम्मीदवार के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू हो चुका है. जायेडस कैडिला (Zydus Cadila) के वैक्सीन उम्मीदवार ने अपने दूसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है, जबकि हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई भी अपने वैक्सीन उम्मीदवार के पहले चरण और दूसरे चरण का नैदानिक परीक्षण कर रहा है.
डॉ. पॉल ने आगे कहा कि मॉडर्ना और फाइजर वैक्सीन कैंडिडेट से संबंधित विकास पर करीबी से नजर रखी जा रही है.
डॉ. पॉल ने कहा कि भारत के लिए -80 डिग्री सेल्सियस तापमान को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है. फाइजर के टीके के लिए -80 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है. यह एक कठिन चुनौती है.
उन्होंने बताया कि किसी भी देश के लिए -80 डिग्री तापमान में वैक्सीन को रखना एक बड़ी चुनौती है. हालांकि हम वैक्सीन निर्माताओं से बात कर रहे हैं.
यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि कोविड-19 वैक्सीन के वितरण के लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय टास्क फोर्स द्वारा प्राथमिकता समूह के आधार पर टीका वितरण के लिए एक दस्तावेज तैयार किया है.