नई दिल्ली :दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्व विभिन्न विभागों में सहायक प्रोफेसर के 251 पदों पर स्थायी नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया है. इससे पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने जो विज्ञापन निकाला था, उसमें सहायक प्रोफेसर के पदों के लिए पीएचडी की अनिवार्यता शर्त रखी गई थीं. नए विज्ञापन में यूजीसी द्वारा पीएचडी के लिए छूट दे दी गई है.
आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवम्बर 2021 रखी गई है. साथ ही उसमें दिया गया लिंक नहीं खुला था, इस वजह से शिक्षक संगठनों के लिखने के बाद फिर से विज्ञापन निकाला है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने आवेदनकतार्ओं के लिए लिंक दे दिया है. पीएचडी से छूट के आधार पर विभिन्न विभागों में पढ़ा रहे शिक्षकों में खुशी का माहौल देखा जा सकता है.
दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के अध्यक्ष डॉ हंसराज सुमन ने बताया है कि डीटीए का प्रतिनिधि मंडल नए कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह से मिला था. उनको बताया गया था कि विभागों के लिए सहायक प्रोफेसर के लिए जो विज्ञापन निकाला गया है. उसमें जुलाई 2021 से पीएचडी अनिवार्य की है. हालांकि, नए विज्ञापन में पीएचडी की छूट दे दी गई है.
प्रोफेसर सिंह ने कहा था कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी ) ने जो छूट दी उस छूट के आधार पर नया विज्ञापन आएगा. उन्होंने कहा था कि लंबे समय से 5000 कॉलेज शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए भी जल्द ही विज्ञापन निकाले जाएंगे. उन्होंने बताया था कि जल्द ही इन पदों को भरने के लिए पहले प्रिंसिपलों के खाली पड़े पदों को स्थायी प्रिंसिपलों से भरा जाएगा ,उसके बाद कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर के पदों के विज्ञापन निकाले जाएंगे.