दंतेवाड़ा :74वें गणतंत्र दिवस के दिन छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और अच्छा जीवन जीने की इच्छा जताई. मुख्यधारा में घर वापसी के बाद सभी समर्पित नक्सलियों को पुलिस अधिकारियों ने तिरंगा भेंट किया. इस दौरान समर्पित नक्सलियों ने भारत माता जिंदाबाद के नारे भी लगाए. आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों ने मुख्यधारा से भटके अपने भाइयों से अपील की वो भी पुलिस प्रशासन की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करें और अपने परिवार के साथ एक अच्छा जीवन व्यतीत करें.
आत्मसमर्पित नक्सलियों ने अपने परिवार के साथ मुख्यधारा से भटके नक्सलियों से अपने स्थानीय भाषा गोंडी में अपील की कि ''वो भी उनकी तरह पुलिस प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण कर जिले के विकास कार्यों में सहयोग करें और अपने परिवार के साथ अच्छा जीवन व्यतीत करें.''
समर्पित नक्सलियों ने बताया कि '' वह जब नक्सली संगठन में जुड़ कर नक्सलियों के लिए काम कर रहे थे तो उन्हें किस प्रकार की परेशानियां आई. उन्हें अपने परिवार से नहीं मिलने दिया जाता था. साथ ही साथ नक्सली विचारधारा के तहत विकास कार्यों में बाधा पहुंचाया करते थे. सड़क काटना, बैनर पोस्टर बांटना, पुलिसकर्मियों को निशाना बनाने जैसे काम में सम्मिलित थे.
Appeal of surrendered Naxalites : दंतेवाड़ा में नक्सलियों का सरेंडर, दूसरे नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस के सामने 26 जनवरी के अवसर पर नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इस सरेंडर के बाद नक्सलियों ने दूसरे नक्सली जो अब भी जंगलों में भटक रहे हैं उनसे सरेंडर करने की अपील की है.आत्मसमर्पित नक्सलियों ने पुलिस की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर ये फैसला लिया है.
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लेकिन पुलिस प्रशासन की नीति से प्रभावित होकर आज आत्मसमर्पण कर अच्छा जीवन व्यतीत कर रहे हैं. अपने भाइयों से भी अपील करते हैं कि 'पुलिस प्रशासन की नीति से प्रभावित होकर वह भी आत्मसमर्पण कर अच्छा जीवन व्यतीत करें.'पुलिस अधीक्षक एसपी तिवारी ने भी बताया कि ''पुलिस प्रशासन लगातार मुख्यधारा से भटके नक्सलियों से अपील कर रही हैं कि वह घर वापसी कर आत्मसमर्पण करें और देश के विकास कार्यों में भागीदारी दें. जिसके लिए पुलिस प्रशासन प्रतिबद्ध है.''