जम्मू : जम्मू-कश्मीर की अपनी पार्टी के अध्यक्ष सैयद अल्ताफ बुखारी (Jammu and Kashmir Apni Party president Syed Altaf Bukhari) ने शनिवार को उम्मीद जताई कि परिसीमन आयोग के मसौदा प्रस्ताव को लेकर उठाई गयी 'चिंताओं' का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संज्ञान लेंगे. बुखारी ने जम्मू-कश्मीर के पांच सांसदों से भी आयोग का सहयोगी सदस्य होने के बावजूद कथित तौर पर लोगों की हितों की रक्षा करने में असफल होने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफा देने की मांग की. इस समय जम्मू-कश्मीर के पांच सांसदों में तीन नेशनल कांफ्रेंस के जबकि दो भाजपा के हैं.
उल्लेखनीय है कि परिसीमन आयोग ने अपने मसौदा रिपोर्ट में जम्मू-कश्मीर की लोकसभा और विधानसभ सीटों की सीमा में आमूल-चूल बदलाव का प्रस्ताव किया है जिसको लेकर यहां भारी विरोध हो रहा है.आयोग ने चार फरवरी को सहयोगी सदस्यों को मसौदा रिपोर्ट भेजी थी और 14 फरवरी तक आपत्ति दर्ज कराने को कहा था.
पूर्व मंत्री बुखारी ने संवाददाताओं से कहा, 'हमें उम्मीद है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पहली प्राथमिकता के तौर पर परिसीमन आयोग के मसौदा रिर्पोट पर जताई गई चिंताओं पर संज्ञान लेंगे.' बुखारी ने मसौदा प्रस्ताव को 'जनता का असशक्तिकरण' करार देते हुए कहा कि इस रिपोर्ट को जनता और देश के हित में वापस लेने की जरूरत है.