अमरावती :आंध्र प्रदेश के पंचायती राज मंत्री पेड्डरेड्डी रामचंद्र रेड्डी ने घोषणा की है कि वह स्थानीय निकाय चुनावों का बहिष्कार करेंगे. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह इस मसले को लेकर हाई कोर्ट और सर्वोच्च न्यायालय तक जाएंगे.
पेड्डरेड्डी रामचंद्र रेड्डी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते राज्य में स्थानीय चुनाव रद्द कर दिए थे और अब जब कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी से चल रही है उस दौरान स्थानीय निकाय चुनाव करवाने की सूचना दी गई है. उन्होंने चुनाव आयुक्त के इस बयान को इनकी मनमानी करार दिया. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनावों की अधिसूचना जारी करने से केवल एक ही व्यक्ति चंद्रबाबू नायडू को लाभ होगा. आंध्र प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ने कहा कि यह यह निश्चित था कि इस बार आंध्र प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनावों में वाईसीपी के उम्मीदवार राज्य की 95 प्रतिशत सीटें जीतते अगर स्थानीय निकाय चुनाव अब तक हो गए होते.
डिप्टी चीफ मिनिस्टर नारायणस्वामी ने दिया बयान
आंध्र प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनावों की अधिसूचना जारी करने पर राज्य के डिप्टी चीफ मिनिस्टर नारायणस्वामी ने राज्य चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सिर्फ टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू को लाभ देने के लिए काम कर रहा है.
डिप्टी सीएम धर्मन कृष्ण दास भी बोले-
इस मसले पर राज्य के दूसरे डिप्टी सीएम धर्मन कृष्ण दास ने बयान देते हुए कहा कि राज्य में अगर कल पंचायत चुनाव होते हैं तो जीत हमारी ही होगी. उन्होंने कहा कि अभी राज्य में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है और हम टीकाकरण की तैयारी कर रहे हैं.
नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास मंत्री सत्यनारायण भी आगे आए
नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास मंत्री सत्यनारायण ने कहा कि इस महीने की 11 तारीख को हम लोग अम्मो वेदी सहायता देने जा रहे हैं और त्योहार के इस मौके पर टीडीपी का उद्दे्श्य गरीब लोगों को दुखी करना है. उन्होंने कहा कि राज्य में दो लोग स्थानीय चुनाव की आड़ में लोक कल्याण कार्यक्रमों जैसे आवास और अम्मा वोडी सहायता को बाधित करने की साजिश कर रहे हैं. वहीं, शहरी विकास मंत्री सत्यनारायण ने चंद्रबाबू और उनके कुछ साथियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग न्यायालयों में गए और गृह कार्यों के रजिस्ट्रेशन में बाधा डाली.