नई दिल्ली: केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा है कि आने वाले समय में यदि किसानों की आय दोगनी करनी है तो उसमें पशुपालन, डेरी और मत्स्यपालन की बड़ी भूमिका होगी. रुपाला गुरुवार को दिल्ली में एनिमल हसबेंडरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड पर आयोजित एक कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे. गौरतलब है कि मोदी सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कही थी और इसके लिये एक विशेष कमेटी भी गठित की गई थी, हालांकि अब तक इस लक्ष्य को कहां तक प्राप्त किया गया इस पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है.
केंद्रीय मंत्री रुपाला ने आगे कहा कि गाय आने वाले समय में विश्व की अर्थव्यवस्था के केंद्र में होगी. प्राचीन समय में गायों को धन के रूप में सबसे पहले गिना जाता था और हाथी घोड़े भी उसके बाद ही गिने जाते थे. केंद्र सरकार आने वाले समय में एनिमल हसबेंडरी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए कई योजनाएं लेकर आ रही है जिसमें पशुपालकों और डेरी के लिए भी केसीसी (Kisan Credit Card) की सुविधा उपलब्ध कराना शामिल है. इसके अलावा देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद अब पशुओं के लिए भी खाद्य सुरक्षा पर काम करना मंत्रालय के लिए जरूरी विषय होगा.
केसीसी के माध्यम से किसानों के बीच अब तक 17 लाख करोड़ रुपये की राशि ऋण के रूप में पहुंची है. जब इस योजना को शुरू किया गया था जब 6 लाख करोड़ तक आंकड़ा पहुंचा था लेकिन आज यह योजना निर्धारित लक्ष्य से भी बेहतर काम कर रही है जिससे ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है और किसानों को भी लाभ मिल रहा है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वित्त मंत्रालय लगातार इस बात पर काम कर रहा है कि किस तरह से पशुपालकों और मतस्यपालकों को एग्रीकल्चर फाइनेंस के तर्ज पर ही उन्हें भी वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाए.