पटना :करीब साढ़े तीन साल बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) रविवार को पटना आए. पार्टी में दरकिनार किये जाने से खफा तेजप्रताप ने पिता के स्वागत के लिए अपने घर पर इंतजाम किया था. 'पिताजी आपका स्वागत है' का बैनर लगाया था. अपने छात्र जनशक्ति परिषद के सदस्यों को भी बुलाया था. एयरपोर्ट पर पिता से मुलाकात के दौरान तेजप्रताप ने उन्हें घर आने का न्योता भी दिया.
लालू यादव एयरपोर्ट से सीधे राबड़ी आवास चले गए, जहां तेजप्रताप को अपनी मां के घर में जाने नहीं दिया गया. पिता घर आए तेजप्रताप का यह सपना भी चकनाचूर हो गया. दुखी तेजप्रताप की आंखों से आंसू बहने लगे.
गेट पर काफी देर तक पिता का इंतजार करते रहे फिर कहा, 'सब बर्बाद हो गया. मैं काफी दुखी हूं.' उन्होंने जगदानंद सिंह, सुनील सिंह और संजय पर राजद को बर्बाद करने का आरोप लगाया. पिता के घर नहीं आने से नाराज तेजप्रताप गेट के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए. बाद में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी तेजप्रताप के घर आए और उन्हें मनाकर सारे गिले-शिकवे दूर किये.
इससे पहले रूआंसा होकर तेजप्रताप ने अपना दर्द मीडियाकर्मियों से साझा किया. उन्होंने कहा, 'आज खुशी का दिन था, लेकिन सब बर्बाद हो गया. हमलोगों ने पूरी कोशिश की इसे बचाने के लिए, लेकिन लोगों ने मेरी बेइज्जती की, मजाक उड़ाया. सुनील सिंह, जगदानंद सिंह और संजय ने माहौल बेकार कर दिया. बहुत दुखी हो रहा हूं. आंसू बह रहे हैं. लोगों ने पार्टी बर्बाद करने का बीड़ा उठा लिया है. ये सब वही आरएसएस वाले लोग हैं, जिन्होंने पिताजी को जेल भेजा था. शिवानंद तिवारी ने पिताजी को जेल भेजा था. वैसे-वैसे लोगों को पार्टी में रखा गया है. जो मेहनती हैं, काम कर रहे हैं, उन्हें किनारे किया गया है.'