अमरावती : आंध्र प्रदेश सरकार ने पेगासस विवाद पर मीडिया से बात करने के लिए पूर्व खुफिया प्रमुख और निलंबित आईपीएस अधिकारी एबी वेंकटेश्वर राव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. 21 मार्च को वेंकटेश्वर राव द्वारा संबोधित प्रेस कॉन्फ्रेंस को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव समीर शर्मा ने कारण बताओ नोटिस जारी किया. नोटिस के अनुसार, भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी ने अखिल भारतीय सेवा नियमों के नियम 6 का उल्लंघन किया है. अधिकारी ने राज्य सरकार की पूर्व अनुमति के बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
एक सप्ताह के भीतर कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं देने पर आईपीएस अधिकारी को कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. वेंकटेश्वर राव, जो पिछले तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) शासन के दौरान खुफिया प्रमुख थे, ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को तब संबोधित किया था, जब विधानसभा अध्यक्ष तम्मिनेनी सीताराम ने घोषणा की थी कि पेगासस मुद्दे की जांच के लिए एक हाउस कमेटी का गठन किया जाएगा.
हाउस कमेटी की घोषणा सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के सदस्यों की मांग पर हुई, जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कथित दावे के आलोक में गहन जांच चाहते थे कि चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली टीडीपी सरकार ने पेगासस से स्पाइवेयर खरीदा था. वेंकटेश्वर राव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि न तो खुफिया शाखा और न ही किसी अन्य सरकारी विभाग ने अप्रैल 2019 तक पेगासस स्पाइवेयर की खरीद या उपयोग किया था. आईपीएस अधिकारी ने यह भी कहा कि राज्य के लोग चल रहे घटनाक्रम से डर और पीड़ा की स्थिति में हैं और पेगासस मुद्दे पर अफवाहों पर स्पष्टता लाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है.