अमरावती: काश्तकार आश्वासन अभियान के तहत रविवार को पालनाडु जिले के सत्तेनपल्ली मंडल के धुलीपल्ला पहुंचे जनसेना नेता पवन कल्याण पवन ने मंत्री अंबाती रामबाबू पर कई आरोप लगाए. पवन ने मंत्री अंबाती रामबाबू का नाम लेते हुए कहा कि दुर्घटना में किसी की मौत हो जाती है, तो विधायक व मंत्री स्तर के लोग सरकार द्वारा परिवार को दी जाने वाली मुआवजा राशि में रिश्वत की मांग कर रहे हैं. उसके तुरंत बाद, अंबाती रामबाबू ने पवन के आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया और मांग की कि वह किसी को बताए कि उन्होंने रिश्वत मांगी थी.
आरोप साबित होने पर रामबाबू ने चुनौती दी कि वह मंत्री पद के साथ-साथ विधायक पद से भी इस्तीफा देने को तैयार हैं. मंत्री अंबाती की चुनौती के 24 घंटे के भीतर पीड़ित परिवार के रोने और आरोप लगाने का वीडियो वायरल हो गया. सत्तेनपल्ली में अचमपेटा रेलवे फाटक के पास रहने वाले एक दंपति परलेय्या और गंगम्मा ने अपना दुख व्यक्त किया कि अंबाती रामबाबू ने उनसे पैसे मांगे. परलिया और गंगम्मा के बेटे अनिल की इस साल 20 अगस्त को नाले की सफाई के दौरान दुर्घटनावश मौत हो गई थी.
इस संबंध में सरकार द्वारा 5 लाख रुपये की सहायता स्वीकृत की गई है. पीड़ितों ने खुलासा किया कि नगरपालिका अध्यक्ष लक्ष्मीतुलसी के पति संबाशिवराव ने उनसे सरकार द्वारा स्वीकृत पांच लाख रुपये में से ढाई लाख रुपये का हिस्सा देने के लिए कहा. दंपति ने दावा किया कि अंबाती ने रामबाबू से कहा कि अगर वे मंत्री से शिकायत करेंगे तो उन्हें पैसे देने होंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास कोई संपत्ति नहीं है और वे अपनी बेटी की शादी करना चाहते हैं, अगर सरकार उन्हें 5 लाख रुपये दे.