नेल्लोर:घर की लक्ष्मी कही जाने वाली बेटियां माता-पिता की आंख का तारा होती हैं. एक पिता का बेटी के लिए प्यार देखना है तो आप आंध्र प्रदेश के नेल्लोर आकर देखिए. यहां एक पिता ने अपनी मृत बेटी की याद में मंदिर बनवा रखा है (father built temple out of love for his daughter). मंदिर में किसी देवी की नहीं बल्कि बेटी की प्रतिमा स्थापित की है, जिसकी वह रोज पूजा करते हैं.
वेंकटचलम मंडल के काकुतुर में रहने वाले चेंचय्या और लक्ष्मम्मा के पांच बच्चे हैं. चौथी बेटी सुब्बालक्ष्म्मा (Lakshmamma) के जन्म के बाद इस दंपति का जीवन आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो गया. परिवार में संपन्नता बढ़ती गई. सुब्बालक्ष्म्मा ने पढ़ाई पूरी की फिर वन विभाग में नौकरी लग गई. माता-पिता बेटी के नौकरी पाने से काफी खुश थे. सबकुछ ठीक चल रहा था कि एक दिन दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.