दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

अमेरिका में आए बर्फीले तूफान से आंध्र प्रदेश के जोड़े की मौत, एक अन्य लापता - Andhra Pradesh couple killed in US blizzard

अमेरिका में आए बर्फीले तूफान ने अब तक कई लोगों की जान ली है. इस तूफान का शिकार आंध्र प्रदेश का एक जोड़ा भी हुआ है, जिनकी जान चली गई है. इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति इस तूफान में लापता है.

Telugu couple dies in America
अमेरिका में तेलुगु जोड़े की मौत

By

Published : Dec 28, 2022, 3:52 PM IST

अमरावती (आंध्र प्रदेश): इन दिनों अमेरिका बर्फीले तूफान से जूझ रहा है, जिसके चलते अब तक वहां अरबों डॉलर की संपत्ति का नुकसान हो चुका है. इतना ही नहीं तूफान से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और अब तक कई इस तूफान में कई लोगों की जान चली गई है. अब जानकारी सामने आई है कि इस बर्फीले तूफान में फंसकर आंध्र प्रदेश के एक दंपति की भी मौत हो गई है. अमेरिका के एरिजोना में बर्फीले तूफान के दौरान गुंटूर जिले के पलपरू के मुद्दन नारायण (40) और हरिता (36) एक अन्य व्यक्ति के साथ लापता थे.

बचाव कर्मियों ने कल हरिता का शव बरामद किया और नारायण का शव आज बरामद किया गया. अधिकारियों ने खुलासा किया कि एक अन्य तेलुगु निवासी मदीशेट्टी गोकुल की उसी बर्फीले तूफान में मौत हो गई और उसके शव की तलाश की जा रही है. नारायण दंपति सात साल से एरिजोना में रह रहे हैं. छुट्टी का दिन होने के कारण सोमवार की शाम वे अपने बच्चों पूजिता (12) और हर्षिता (10) के साथ छुट्टियां मनाने एक झील पर गए थे.

तस्वीरें लेने के चक्कर में दोनों कपल गलती से झील में गिर गए और बेसुध हो गए. बच्चे कार में सवार थे, इसलिए वे सुरक्षित बच गए. दुर्घटना के बारे में जानने के बाद नारायण के माता-पिता वेंकट सुब्बाराव और वेंकटरत्नम बेहद दुखी हैं. इसी साल जून में नारायण दंपत्ति अपने बच्चों को लेकर पालपरू आया था. हरिता पेडानंदिपडु मंडल के अन्नपरु गांव की मूल निवासी थीं. सोमवार को वेंकट सुब्बाराव ने अपने बेटे से फोन पर बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना था.

पढ़ें:22 साल की सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर लीना नागवंशी ने की सुसाइड

अमेरिका को हिला रहे बर्फीले तूफान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनके इलाके में कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि छुट्टी होने के कारण वे बाहर जा रहे हैं. नारायण का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था और उन्होंने एम.एससी की पढ़ाई की. उसके बाद उन्होंने कुछ साल मलेशिया में काम किया और फिर अमेरिका चले गए. ग्रामीणों ने बताया कि पलपरू जब भी आते थे तो गांव में सबसे दोस्ताना व्यवहार रखते थे और वह एक बहुत सज्जन व्यक्ति थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details