चंडीगढ़: वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह आज छठे दिन भी पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. हालांकि पुलिस द्वारा शहर-दर-शहर चौकसी बढ़ा दी गई है. फ्लैग मार्च निकाले जा रहे हैं, लेकिन पुलिस को अभी तक अमृतपाल का कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस ने अमृतपाल के 150 से ज्यादा समर्थकों को गिरफ्तार करने का दावा किया है, लेकिन पुलिस खुद अमृतपाल तक अभी तक नहीं पहुंच पाई है.
खुफिया एजेंसियों ने सीज कर दिए बैंक खाते
अमृतपाल सिंह के खिलाफ चल रही कार्रवाई के बीच कई बैंक खातों की भी जांच की जा रही है. एजेंसियों ने अमृतपाल के उन बैंक खातों की जांच की, जिनमें 5 करोड़ से अधिक के लेन-देन की बात सामने आई है. जांच के दौरान पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने पाया कि अमृतपाल को 158 विदेशी खातों से फंडिंग हो रही थी. इनमें से 28 खातों से 5 करोड़ से अधिक भेजे गए हैं. ये खाते पंजाब के माझा और मालवा से जुड़े हैं. अमृतसर, तरनतारन, बटाला, गुरदासपुर, जालंधर, नवांशहर, कपूरथला और फगवाड़ा के खाते अमृतपाल के हैं.
विदेशी फंडिंग में एजेंसियों का फोकस रहेगा इन प्वाइंट पर
1. देश में खोले गए खातों के दस्तावेजों का सत्यापन.
2. जब खाता खोला गया था, पहला लेन-देन कब किया गया था, जब पैसा विदेश से आया था.