चंडीगढ़:खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और उसके ड्राइवर ने रविवार देर रात पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. जानकारी सामने आ रही थी कि उन दोनों को सोमवार को बाबा बकाला कोर्ट में पेश किया जाना था, लेकिन पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश नहीं किया, हालांकि इस पेशी की जानकारी के बाद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह भी बाबा बकाला कोर्ट पहुंचे थे.
इस दौरान वहां मौजूद मीडिया ने उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें पता चला था कि उनके भाई हरजीत सिंह को पेशी के लिए कोर्ट लाना है, लेकिन उसे यहां कोर्ट नहीं लाया गया. उन्होंने कहा कि पता चला है कि उन्हें पंजाब से बाहर कोर्ट में पेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मेरे भाई ने पुलिस के सामने सरेंडर करने से पहले मुझे फोन किया था कि वह पुलिस के सामने सरेंडर करने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पुलिस अभी हमें यह नहीं बता रही है कि अमृतपाल सिंह कहां है, लेकिन हमने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पुलिस से कहा है कि हमें बताएं कि अमृतपाल सिंह कहां है. नशामुक्ति केंद्र में हथियार और फिदायीन हमले की तैयारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सब झूठ है, ऐसा कुछ नहीं है. ये सब कहानियां अमृतपाल सिंह को बदनाम करने के लिए रची जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि पंजाब के कई गांवों के अलावा हमारे गांव से भी कुछ युवकों को गिरफ्तार किया गया है. अमृतपाल के साथी दलजीत कलसी के पाकिस्तान और विदेश में संबंधों की बात सामने आई है और दलजीत कलसी के खाते में 35 करोड़ रुपए की फंडिंग हुई है. उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता, दलजीत कलसी ही बता सकते हैं. यह कोई युद्ध नहीं लड़ा जा रहा है, इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बहुत सी चीजों का गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है.
इसके अलावा पंजाब सरकार ने मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस (संदेश) सेवाओं पर रोक मंगलवार दोपहर तक बढ़ा दी है. वहीं खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह की तलाश सोमवार को तीसरे दिन भी जारी है. राज्य के अधिकारियों ने शनिवार को रविवार दोपहर तक इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक लगा दी थी. इसके बाद इसे सोमवार दोपहर तक बढ़ाया गया था.
गृह विभाग तथा न्याय विभाग की ओर से सोमवार को जारी किए गए आदेशानुसार, 'यह निर्देश दिया जाता है कि सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (2जी/3जी/45/5जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली वॉयस कॉल के अलावा सभी डोंगल सेवाएं पंजाब में 20 मार्च (दोपहर 12 बजे से) से 21 मार्च (दोपहर 12 बजे) तक सार्वजनिक सुरक्षा के हित में, किसी भी तरह की हिंसा को रोकने, शांति तथा सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए निलंबित कर दी जाएं.'