पश्चिम बंगाल में अमित शाह बोले- 2026 में राज्य में दो तिहाई बहुमत से बनेगी सरकार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 2026 के चुनाव में दो तिहाई बहुमत से भाजपा सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा कि कम्युनिस्टों और टीएमसी ने मिलकर बंगाल को बर्बाद कर दिया है. BJPs LS campaign in Bengal, Amit Shahs rally in west bengal
कोलकाता :कोलकाता में बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि2026 के चुनाव में दो तिहाई बहुमत के साथ बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी. लेकिन इससे पहले 2024 का चुनाव आ रहा है. उन्होंने कहा कि 2019 में आपने 18 सीटें दी थी. मैं आपसे करबद्ध विनती करने आया हूं कि 2024 में इतनी सीटें दीजिए कि मोदी जी को शपथ विधि के बाद कहना पड़े कि मैं बंगाल के कारण प्रधानमंत्री बना हूं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू करेगी और कोई इसे नहीं रोक सकता.
शाह ने कहा कि मोदी जी ने पूरे देश से आतंकवाद को समाप्त किया है. कश्मीर से जिस धारा-370 को हटाने के लिए बंगाल के सपूत श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी ने बलिदान दिया था, उस धारा- 370 को मोदी जी ने समाप्त किया. वामपंथी उग्रवाद को समाप्त किया. भारत के तिरंगे को चंद्रयान 3 के माध्यम से चांद पर पहुंचाया. नई संसद बनाई और देश के अर्थतंत्र को 11वें नंबर से 5वें नंबर पर पहुंचाया.
उन्होंने कहा कि जिस बंगाल में कभी सुबह-सुबह रवीन्द्र संगीत सुनाई पड़ता था, आज वही बंगाल बम धमाकों से गूंज रहा है. पूरे देश से गरीबी खत्म हो रही है, लेकिन बंगाल में गरीबी कम होने का नाम नहीं ले रही है. भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. 27 साल बंगाल में कम्युनिस्टों का शासन रहा, तीसरे टर्म में ममता बनर्जी की सरकार बनी. दोनों ने मिलकर बंगाल को बर्बाद कर दिया. पूरे देश में चुनावी हिंसा सबसे ज्यादा बंगाल में होती है. ममता बनर्जी बंगाल में घुसपैठ को रोक नहीं पाई हैं. प्रदेश में खुलेआम घुसपैठियों को वोटर कार्ड और आधार कार्ड बंट रहे हैं और ममता बनर्जी चुप बैठी हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सोनार बांगला और मां माटी मानुष के नारे के साथ कम्युनिस्टों को हटाकर ममता दीदी सत्ता में आईं. लेकिन बंगाल में कोई परिवर्तन नहीं हुआ. आज भी बंगाल में घुसपैठ, तुष्टिकरण, राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार हो रहा है. मैं आज आह्वान करने आया हूं, अगर 2026 में यहां भाजपा सरकार बनानी है, तो इसकी नींव 2024 के लोकसभा चुनाव में डाल कर मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाइए.
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के निलंबन को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि वह अधिकारी को चुप कराने की कोशिश कर सकती हैं लेकिन राज्य के लोगों को वह चुप नहीं करा सकतीं. उन्होंने कई बार ममता बनर्जी को 'दीदी' के रूप में संदर्भित किया और कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री पद पर उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है. शाह ने ममता बनर्जी को भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार अपने कुछ नेताओं को पार्टी से निलंबित करने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ऐसा नहीं कर सकतीं क्योंकि उन्हें आशंका है कि वे लोग उनके भतीजे को फंसा सकते हैं. वह जाहिरा तौर पर सांसद अभिषेक बनर्जी का जिक्र कर रहे थे.
अमित शाह ने ममता और कांग्रेस पर राम मंदिर निर्माण को रोकने का आरोप लगाया
शाह ने बुधवार को धर्मतल्ला में विक्टोरिया हाउस के सामने अयोध्या में राम मंदिर मुद्दे पर ममता बनर्जी पर हमला बोला. उन्होंने शिकायत कहा कि ममता बनर्जी ने राम मंदिर के निर्माण में बाधा डाली थी. उन्होंने ममता का नाम लेने से पहले कांग्रेस का भी नाम लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और ममता बनर्जी ने राम मंदिर के निर्माण को रोक दिया. राजनीतिक हलकों का मानना है कि राम मंदिर हमेशा से बीजेपी के लिए मुख्य चुनावी मुद्दा रहा है. भगवा खेमा 1980 के दशक से चुनाव अभियान में 'मंदिर वही बनाएंगे' नारे के साथ इसे पेश करने की कोशिश कर रहा है. लेकिन अब यह मंदिर हकीकत बनने जा रहा है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले कुछ महीनों में अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हो जाएगा. स्वाभाविक है कि बीजेपी मंदिर निर्माण का पूरा श्रेय लेकर इसे वोट में बदलने की कोशिश करेगी.
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि शाह ने आज अपने भाषण में भी यही बात दोहराई. अमित शाह के भाषण से साफ है कि बीजेपी बंगाल में भी राम की भावनाओं का इस्तेमाल कर चुनाव में फायदा लेना चाहती है. इसीलिए ममता और कांग्रेस को एक मंच पर लाया गया है. राम मंदिर मुद्दे पर बीजेपी हमेशा कांग्रेस के रुख की आलोचना करती रही है. हालांकि, अमित शाह सिर्फ राम मंदिर की शिकायत करके ही नहीं रुके. बल्कि साथ ही उन्होंने बताया कि 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया. वहीं 22 जनवरी को प्रधानमंत्री राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे.