अहमदाबाद : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को घोषणा की कि यहां जीएमडीसी (गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) मैदान में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 950 बिस्तरों वाले केंद्र का शनिवार को संचालन आरंभ होगा, जबकि 1,200 बिस्तरों वाला एक अन्य अस्थायी अस्पताल जल्द ही गांधीनगर में शुरू होगा.
शाह ने गुजरात में कोरोना वायरस हालात को लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत की.
शाह और रूपाणी ने जीएमडीसी मैदान का भी दौरा किया, जहां रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की मदद से कोविड-19 अस्पताल बनाया जा रहा है.
जीएमडीसी मैदान में गुजरात विश्वविद्यालय के सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी केंद्र को कोविड-19 उपचार केंद्र में बदल दिया गया है.
शाह ने समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि डीआरडीओ ने गुजरात विश्वविद्यालय के सहयोग से यह केंद्र स्थापित किया है. इसमें ऑक्सीजन सुविधा वाले करीब 950 बिस्तर हैं, जिनमें 250 आईसीयू बिस्तर हैं. इसका संचालन कल से आरंभ होगा.
उन्होंने कहा कि इसमें सीटी स्कैन समेत सभी आवश्यक उपकरण और सुविधाएं हैं.
राज्य सरकार की विज्ञप्ति में कहा गया कि धनवंतरी कोविड अस्पताल नामक इस केंद्र में 500 बिस्तर और बढ़ाए जाने की क्षमता है.
केंद्र ने हाल में घोषणा की थी कि इस केंद्र में अर्द्धसैन्य बलों के 25 चिकित्सकों एवं 75 पराचिकित्सकों को तैनात किया जाएगा.
शाह ने वैश्विक महामारी से निपटने में गुजरात सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि राज्य में देश के ऑक्सीजन सुविधा युक्त सर्वाधिक बिस्तर हैं और आईसीयू बिस्तरों की भी उल्लेखनीय संख्या है.
शाह ने कहा कि भविष्य की आवश्यकताओं के मद्देनजर गांधीनगर के हेलीपैड मैदान में जल्द ही 1,200 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाया जाएगा. टाटा न्यास इसका खर्च वहन करेगा, इस सुविधा की स्थापना डीआरडीओ करेगा और इसमें 600 आईसीयू बिस्तर होंगे.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने छोटे घरों में रह रहे लोगों के लिए कोविड-19 पृथक-वास केंद्र बनाने का फैसला किया है और इसके लिए कर्णावती क्लब, राजपथ क्लब और एडीसी (अहमदाबाद जिला सहकारी) बैंक अपने परिसर देने के लिए तैयार हैं.
गुजरात सरकार कोविड-19 मरीजों को घर में पृथक-वास के दौरान मार्ग-निर्देशन मुहैया कराने के लिए आगामी दिनों में दो टोल-फ्री नंबर भी उपलब्ध कराएगी.
शाह ने चिकित्सकों से अपील की कि वे विवेकपूर्ण तरीके से और एम्स के दिशा-निर्देशानुसार रेमडेसिविर देने की सलाह दें.