चंडीगढ़:करनाल में होने वाली केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में अध्यापकों को शामिल होने का आदेश दिया गया है. यह कहना है हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान का. उन्होंने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN पोर्टल) के तहत भर्ती हुए अध्यापकों की अमित शाह की रैली में ड्यूटी लगाई गई है, जो कि बेहद शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की बढ़ती लोकप्रियता के चलते, भाजपा के पन्ना प्रमुख फेल हो चुके हैं, जिसके चलते अब बीजेपी प्रदेशभर के कर्मचारियों का सहारा ले रही है.
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने जिलाधिकारी द्वारा जारी पत्र भी जारी किया है. इस पत्र में साफ लिखा है कि HKRN के तहत भर्ती कर्मचारी अमित शाह की रैली में जायेंगे. इसे मुद्दा बनाते हुए उदयभान ने सरकार पर हमला बोला और कहा कि इससे साफ पता लग रहा है कि चुनाव से पहले भाजपा को अपनी हार का डर सता रहा है. आज प्रदेश का हर वर्ग बीजेपी-जेजेपी सरकार से तंग आ चुका है और प्रदेश की जनता बदलाव चाह रही है.
नूंह शिक्षा अधिकारी का पत्र ये भी पढ़ें-Karnal Bjp Mega Event : करनाल में अंत्योदय महासम्मेलन को ग्रैंड इवेंट बनाने की बीजेपी की मेगा तैयारी, केंद्रीय गृह मंत्री भरेंगे हुंकार
उदयभान ने कहा कि पानीपत में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हुई कांग्रेस की रिकॉर्ड तोड़ रैली के बाद भाजपा ने गोहाना में रैली का आयोजन किया गया था. इस रैली में भी केंद्रीय गृह मंत्री को पहुंचना था लेकिन कार्यक्रम में लोगों की संख्या कम होने के चलते केंद्रीय गृह मंत्री उस रैली में नहीं पहुंचे थे, जबकि बीजेपी ने रैली में ना उनके ना पहुंचने का कारण खराब मौसम को कारण बताया था.
जींद शिक्षा अधिकारी का पत्र. अब एक बार फिर करनाल में बीजेपी की रैली होने जा रही है, जिसमें अमित शाह को पहुंचना है. लेकिन अब रैली फ्लॉप होने के डर से भाजपा ने कर्मचारियों और डिपो धारकों की ड्यूटी लगाई है. डिपो धारकों को भी 5-5 व्यक्ति रैली में लाने के लिए कहा गया है. लेकिन प्रदेश की जनता अब सिरे से ही बीजेपी-जेजेपी को नकार चुकी है. प्रदेश में अब साल 2024 में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. उदयभान, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष
केंद्रीय गृह मंत्री अमि शाह की हरियाणा के करनाल जिले में 2 नवंबर को एक रैली है. इस कार्यक्रम का नाम रखा गया है महा अंत्योदय प्रोग्राम. करनाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल का गृह जिला है. इसीलिए कांग्रेस बीजेपी पर तंज कस रही है कि सीएम अपने शहर में भीड़ नहीं जुटा पा रही है इसका मतलब जनता ने उसे रिजेक्ट कर दिया है. इस कार्यक्रम में सफल बनाने के लिए बीजेपी ने पूरा जोर लगाया है.
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