बारामूला: देश के गृह मंत्री अमित शाह जम्मू और कश्मीर के बारामूला में मेगा पब्लिक रैली को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने इस दौरान साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान से किसी प्रकार की कोई बात नहीं की जाएगी. इसके अलावा, उन्होंने अपने इस कार्यक्रम पर बात करते हुए कहा कि, जब यहां रैली करने का प्लान बना तो कुछ लोग ने कहा कि यहां बारामूला कार्यक्रम में सुनने कौन आएगा. मैं आज उनसे कहना चाहता हूं कि इस कार्यक्रम में कश्मीर की इस खूबसूरत वादी में हजारों लोग विकास की गाथा सुनने के लिए और मोदी जी का साथ देने के लिए यहां उपस्थित हैं.
अमित शाह ने बेहद गर्व जाहिर करते हुए कहा कि जो इलाका पहले आतंकी हॉटस्पॉट था, अब यह टूरिज्म हॉटस्पॉट है. जम्मू-कश्मीर में बढ़ते पर्यटन ने यहां कई युवाओं को रोजगार दिया है. गृह मंत्री ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, पिछले 70 सालों से मुफ्ती एंड कंपनी, अब्दुल्ला के बेटे यहां सत्ता में थे लेकिन 1 लाख बेघर लोगों के लिए आवास उपलब्ध नहीं कराया. मोदी जी ने 2014-2022 के बीच इन 1 लाख लोगों को दिया घर.
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गृह मंत्री ने कहा, मोदी जी का शासन मॉडल विकास और रोजगार लाता है. जबकि गुप्कर मॉडल युवाओं के हाथों में पत्थर और बंदूकें पेश करता है. मोदी के मॉडल और गुप्कर मॉडल में बहुत अंतर है. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची तैयार करने का काम पूरा होते ही जम्मू-कश्मीर में पूरी पारदर्शिता के साथ चुनाव होंगे. कुछ दिन पहले महबूबा मुफ्ती का एक ट्वीट पढ़ा था कि गृह मंत्री आप आ रहे हो, तो हिसाब देकर जाना कि क्या दिया है कश्मीर को.
उन्होंने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर को क्या दिया है इसका मैं हिसाब देता हूं, लेकिन दशकों तक तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में शासन किया, उन्होंने क्या दिया, उसका हिसाब भी करना. उन्होंने कहा, मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर में सबसे पहला काम गांव तक जम्हूरियत को पहुंचाने का किया है. पहले कश्मीर में जम्हूरियत की व्याख्या थी- तीन परिवार, 87 विधायक और 6 सांसद. मोदी जी 5 अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत को जमीन तक, गांव तक पहुंचाने का काम किया है. आज घाटी और जम्मू-कश्मीर में 30 हजार से ज्यादा लोग पंचायत, तहसील पंचायत का नेतृत्व कर रहे हैं.