शामली :केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कैराना से 2017 से पहले हिंदुओं के कथित 'पलायन' के मुद्दे का उल्लेख करते हुए शनिवार को कहा कि 'यही कैराना है, जहां पलायन होता था, लेकिन अब पलायन कराने वाले खुद पलायन कर गए हैं.' शाह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना घर-घर चुनाव प्रचार अभियान (BJP door to door campaign) शुरू किया और इसके तहत उन परिवारों के घर पहुंचे, जो कथित पलायन के बाद यहां लौट आये हैं.
उन्होंने कहा कि कैराना के लोग अब डर में नहीं रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की संतोषजनक स्थिति विकास की प्राथमिक शर्त है और योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में इसे सुनिश्चित किया है. कड़ाके की ठंड के बीच बारिश से भीगी गलियों में शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ घर-घर प्रचार किया. इस दौरान उनके साथ कैराना से भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह, गन्ना मंत्री सुरेश राणा व सांसद प्रदीप चौधरी भी मौजूद थे. शाह के साथ जो भाजपा कार्यकर्ता थे उन्होंने भगवा टोपी पहन रखी थी और भाजपा का चुनाव चिन्ह लिया हुआ था. भाजपा कार्यकर्ता ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे.
शाह ने इस दौरान लोगों को भाजपा सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए पर्चे बांटे. शाह ने घर-घर जाकर लोगों से आगामी दस फरवरी को भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की. शाह उन परिवारों से मिले, जिनके सदस्यों को सपा के शासन के दौरान कथित तौर पर पलायन के लिए मजबूर किया गया था.
शाह ने पत्रकारों से कहा, 'किसी भी राज्य के विकास के लिए पहली शर्त यह होती है कि उसकी कानून-व्यवस्था सही हो. यही कैराना है, जहां से पहले लोग भागते थे और आज जब मैं इधर-उधर गया तो लोगों ने मुझसे कहा कि मोदीजी की कृपा हो गई.' उन्होंने कहा, 'योगी जी ने कानून व्यवस्था में सुधार किया है. पलायन को मजबूर करने वालों को पलायन करना पड़ा है. हम राज्य के लोगों में ऐसा आत्मविश्वास देख रहे हैं. मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश भारत का सबसे विकसित राज्य बनेगा.'