गुवाहाटी : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूर्वोत्तर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. उन्होंने आज असम के गुवाहाटी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अभी कुछ लोग कृषि सुधार कानूनों को लेकर बड़ा आंदोलन कर रहे हैं. मैं सभी से इस मौके पर अपील करना चाहता हूं कि आप मुख्यधारा में आइये, सरकार के साथ चर्चा कीजिए और समस्या का समाधान ढूंढिए.
असम सरकार की तारीफ करते हुए अमित शाह ने कहा कि मुझे आज बड़ा आनंद है कि श्रीमंत शंकरदेव का जो जन्मस्थान था, वो घुसपैठियों ने कब्जाया हुआ था. उसे खाली करके आज शंकर देव की महान स्मृति को चीर काल तक स्थायी करने का काम असम सरकार करने जा रही है.
शाह ने कहा, 'मोदी जी जबसे प्रधानमंत्री बने, तब से असम की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बहुत बड़ा योगदान किया है. असम में लगभग 15 लाख अस्थाई और 5-10 लाख स्थायी आबादी के लिए आधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनने वाली है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर के विकास को केंद्र में रखकर छह साल सरकार चलाई है. मुझे भरोसा है कि आगे भी हमारी सरकार इसी प्रकार पूर्वोत्तर की सेवा करती रहेगी. पहले पांच साल में कभी कभार कोई प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर में आता था. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने छह साल के अंदर स्वयं 30 बार पूर्वोत्तर के दौरा किया है और हर बार तोहफा लेकर आए हैं.
गृह मंत्री ने कहा कि एक जमाने में यहां के सारे राज्यों में अलगाववादी अपना एजेंडा चलाते थे, युवाओं के हाथों में बंदूक पकड़ाते थे. आज वो सभी संगठन मुख्य प्रवाह में शामिल हो गए हैं और आज युवा अपने नए स्टार्टअप के साथ विश्व भर के युवा के साथ स्पर्धा करके अपने अष्टलक्ष्मी को भारत की अष्टलक्ष्मी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
शाह ने कहा, 'मुझे ये कहते हुए खुशी हो रही है कि देश मे कोरोना का सामना करने में असम सबसे ऊपर के राज्यों में रहा है. टेस्टिंग के मामले में ये आगे रहा. यहां मृत्यु दर भी 0.47% रही.
छह साल में दिल्ली ने असम को कभी पराया नहीं समझा
उन्होंने कहा कि जहां तक भाजपा का सवाल है, असम को इन छह साल के अंदर हमने कभी पराया नहीं समझा. असम को दिल्ली ने प्राथमिकता दी है, नार्थ ईस्ट को प्राथमिकता दी है. हर योजना का फायदा असम और यहां की जनता को पहुंचे इसका प्रयास हमने किया है.