जैसलमेर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस समय जैसलमेर के दो दिवसीय दौरे पर हैं. वह अपने दौरे की पहली रात 'रोहिताश' सीमा चौकी पर बिता रहे हैं, जहां उन्होंनें 'बड़ा खाना' (दावत) के दौरान जवानों के साथ भोजन किया.
इसके बाद अमित शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट कर लिखा कि सुरक्षाबलों में विशेष अवसरों पर साथ बैठकर भोजन करने की एक परंपरा है, जिसे 'बड़ा खाना' कहा जाता है. आज जैसलमेर के बीएसएफ के कैंप में जवानों व अधिकारियों के साथ बड़े खाने पर भोजन करना मेरे लिए एक विशेष अवसर था.
शाह ने लिखा कि बीएसएफ के जवानों के साथ बैठकर देशभक्ति के गीतों को सुना. यह मेरे जीवन के अविस्मरणीय पलों में से एक है. अपने परिवार से दूर राष्ट्रभक्ति के इस सराहनीय जज्बे के साथ देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे सभी जवानों की बहादुरी व समर्पण को नमन करता हूं. इसकी कुछ तस्वीरें साझा कर रहा हूं.
इससे पहले जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर रोहिताश' चौकी पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि सरकार उन सैनिकों के कल्याण के लिए सब कुछ करेगी जो मातृभूमि की रक्षा में अपने जीवन के सुनहरे दिन बिताते हैं.
शाह ने शाम को एक 'सैनिक सम्मेलन' में सैनिकों से कहा कि मैं आज रात यहां आपके साथ इस चौकी पर रुकने वाला हूं और यह आपकी कठिनाइयों को समझने और समस्याओं को कम करने के तरीके खोजने का प्रयास है.
उन्होंने कहा कि रोहिताश चौकी पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान बीएसएफ और सेना के जवानों के गौरव और बहादुरी की गवाह है. शाह ने कहा कि उनकी सरकार ने जवानों और उनके परिवारों की स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने के लिए एक बिंदु बनाया है और इसीलिए 'आयुष्मान सीएपीएफ' योजना शुरू की गई है.