करीमगंज/गुवाहाटी/नई दिल्ली :केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम में भाजपा प्रत्याशी की पत्नी के नाम पंजीकृत वाहन में ईवीएम ले जाने को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मामले की जांच कराने की मांग की.
निर्वाचन आयोग ने विवाद पर संज्ञान लेते हुए संबंधित मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. इंडिया टुडे के समाचार निदेशक राहुल कंवल ने शाह का साक्षात्कार लेने के बाद ट्वीट किया, 'गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि निर्वाचन आयोग को असम में भाजपा प्रत्याशी की कार में ईवीएम मिलने के मामले की जांच करनी चाहिए और जो भी जिम्मेदार पाया जाए उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.'
असम के करीमगंज जिले में बृहस्पतिवार रात को उस समय हिंसा की घटना हुई जब भीड़ ने भाजपा प्रत्याशी की कार का इस्तेमाल मतदान के बाद ईवीएम को स्ट्रांग रूप पहुंचाने के लिए होते देखा. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी.
इस घटना ने शुक्रवार को बड़े विवाद का रूप ले लिया, विपक्षी कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने ईवीएम की 'चोरी' होने का आरोप लगाया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद निर्वाचन आयोग ने मतदान दल के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया और संबंधित बूथ पर दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया.
अधिकारी ने बताया कि रतबाड़ी विधानसभा सीट के मतदान केंद्र संख्या 149 इंदिरा एमवी स्कूल पर तैनात मतदान दल में पीठासीन अधिकारी और तीन अन्य कर्मी मतदान कराने के बाद ईवीएम जमा कराने करीमगंज आ रहे थे तभी उनका वाहन खराब हो गया. 'जिला प्रशासन के अधिकारी ने बताया,' मतदान दल ने निजी वाहन में लिफ्ट ली लेकिन संयोग से वह वाहन पाथरकांडी से भाजपा के मौजूदा विधायक कृष्णेंदु पॉल की पत्नी के नाम से पंजीकृत था. जब वे नीमल बाजार इलाके में पहुंचे तो कुछ लोगों को देखा.'
पॉल इस चुनाव में पाथरकांडी से भाजपा के प्रत्याशी है जबकि रतबाड़ी का प्रतिनिधित्व इस समय बिजॉय मलाकर कर रहे हैं और इस चुनाव में भी मैदान में हैं. भीड़ में अधिकतर एआईयूडीएफ और कांग्रेस समर्थक थे और उन्होंने दावा किया कि ईवीएम भाजपा प्रत्याशी के वाहन में छेड़छाड़ करने के इरादे से ले जाया जा रहा है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुछ मिनटों में ही वहां करीब 100 लोगों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने वाहन में तोड़फोड़ करने के साथ अधिकारियों से बदसलूकी करने की कोशिश की जिससे डरे मतदन कर्मी ईवीएम वाहन में ही छोड़ भाग गए.
पुलिस सूत्रों ने बताया, 'जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक तुरंत मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराने की कोशिश की लेकिन भीड़ सुनने को तैयार नहीं हुई और उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी.'
उन्होंने बताया कि उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ईवीएम पाथरकांडी पुलिस थाने ले आए और वहां से उन्हें करीमनगर कस्बे के स्ट्रांग रूम ले जाया गया. रतबाड़ी और पाथरकांडी सीटों पर दूसरे चरण में बृहस्पतिवार को मतदान हुआ था. भाजपा प्रत्याशी पॉल ने ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोपों को बेतुका करार दिया है और कहा कि जब घटना हुई तो उनके भाई वाहन में मौजूद थे और उन्होंने गाड़ी खराब होने की वजह से मतदान कर्मियों को केवल लिफ्ट दी थी.
पॉल ने कहा, 'मैं पाथरकांडी से हूं और ईवीएम रतबाड़ी की थी. ऐसे में उनमें छेड़छाड़ करने की क्या वजह हो सकती है? वैसे भी बिजॉय मलाकर रतबाड़ी सीट से कम से कम 40 हजार मतों के अंतर से जीत रहे हैं. भाजपा क्यों छेड़छाड़ की कोशिश करेगी?'