जयपुर.पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट को लेकर भाजपा आईटी सेल के प्रमुख व पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रहार किया. सीएम ने ट्वीट कर मालवीय की ओर से इस्तेमाल किए गए शब्दों की निंदा की तो वहीं, मालवीय ने भी पलटवार करते हुए आड़े हाथ लिया. साथ ही सचिन पायलट के लिए गहलोत के इस्तेमाल किए गए शब्दों नकारा, निकम्मा, कोरोना और गद्दार के जरिए फिर से राज्य में सियासी चर्चाओं के बाजार को गर्म करने का काम किया है.
अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में राजेश पायलट को लेकर कही गई बातों को फिर से दोबारा और इसके साथ ही अखबार की पुरानी खबरों को बतौर साक्ष्य पेश किया. मालवीय ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि चलिए आपको 'राजेश पायलट जी' के सम्मान की चिंता तो हुई! लेकिन अगर आप सच में उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखते तो उनके बेटे सचिन पायलट को अपने मंत्रिमंडल से बेइज्जत करके बर्खास्त नहीं करते और न ही सार्वजनिक रूप से उनके लिए अमर्यादित निकम्मा, नकारा, कोरोना और गद्दार जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते. हर बार जब आपने सचिन पायलट का अपमान किया, तब-तब क्या आपको 'राजेश पायलट जी' के सम्मान की चिंता नहीं हुई?
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आज तक क्यों नहीं किया इस खबर का खंडन - अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा कि 1966 में मिजोरम में इंदिरा गांधी के आदेश पर भारतीय वायु सेना की ओर से किए गए हवाई हमले में राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी के नाम 2011 में इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स ऑफ इंडिया जैसे प्रतिष्ठित अखबारों में तत्कालीन असम विधानसभा की कार्यवाही में सांसद जीजी स्वेल और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डेंगहुआना का हवाला देते हुए प्रकाशित हुए थे.