चेन्नई : जहां दुनियाभर के देश पारंपरिक ऊर्जा के बारे में विचार कर रहे हैं, वहीं मुट्ठी भर व्यक्तियों के आविष्कार की नई उम्मीदें जगा रहे हैं. जहां डीजल, और पेट्रोल जैसे ऊर्जा के श्रोत प्रदूषण को लगातार बढ़ा रहे हैं, ऐसे में उन आविष्कारकों की प्रशंसा की जानी चाहिए, जो प्रदूषण को रोकने के लिए नए-नए आविष्कार कर रहे हैं.
ऐसे ही एक शख्स हैं अमेरिकन कॉलेज के भौतिकी के छात्र धनुष कुमार जिन्होंने सौर ऊर्जा से चलने वाली साइकिल का आविष्कार किया है, जो लगभग 30 किमी तक चल सकती है और बैटरी में संग्रहित सौर ऊर्जा की मदद से अतिरिक्त दूरी तय कर सकती है.
ऐसे आविष्कारों को पर्यावरण के लिए उपयुक्त माना जाता है और कई विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि इस तरह के आविष्कारों की ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए, ताकि इस तरह के आविष्कारों के लिए लोगों को मदद मिल सके.