मैनपुरी/इटावाःसपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सैफई पहुंच गया है. उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. कार्यकर्ता बिलख-बिलख कर रहो रहे हैं. हर कोई नेताजी नम आंखों से नेताजी को याद कर रहा है. नेताजी के पैतृक आवास पर कई दलों के नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. अखिलेश यादव, शिवपाल यादव समेत उनके परिवार के सभी सदस्य मौजूद हैं. इस दौरान नारा गूंजा जब तक सूरज चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा.
इससे पहले कई लोग नेताजी के पैतृक आवास पहुंच कर उनके शव का इंतजार कर रहे थे. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा संरक्षक मुलायम सिंह के खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़े प्रेम सिंह शाक्य ने सपा कार्यालय पहुंचकर नेता जी के निधन पर शोक व्यक्त किया. प्रेमसिंह शाक्य ने कहा कि 'मैं उनके खिलाफ चुनाव जरूर लड़ा था और जीत का परचम लहराया था. नेता जी जब रक्षा मंत्री थे तो उन्होंने शहीदों के पार्थिव शरीर को उनके घर तक पहुंचाने का ऐतहासिक निर्णय लिया था. नेता जी को लोग अपने दिल की धड़कन मानते थे.'
सैफई पहुंचे सीएम योगी, दी श्रद्धांजलि
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सैफई पहुंचकर मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए. इसके बाद उन्होंने नेता जी को भीगी पलकों से श्रद्धांजलि दी. उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मंगलवार को होने वाले अंतिम संस्कार के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये. मुख्यमंत्री मंगलवार को भी सैफई में मुलायम सिंह यादव की अंत्येष्टि में शामिल होंगे.
समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत
लंबे अर्से से बीमार चल रहे मुलायम सिंह यादव का इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था. बीते 1 अक्टूबर की रात को उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया. हालत में सुधार न होने के चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. सोमवार सुबह उनके निधन के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव के निधन से समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हो गया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों एवं समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की.
संघर्षों में तपे-बढ़े, पांच दशक तक प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु रहे
सीएम योगी ने कहा कि सपा नेता के निधन पर पूरा प्रदेश शोकाकुल है. मुलायम सिंह यादव जुझारू और संघर्षशील नेता थे. समाजवादी विचारधारा से जुड़े एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे. वे संघर्षों में तपे-बढ़े और पांच दशक तक प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु थे. देश और प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन उन्होंने लंबे समय तक किया. यूपी विधानसभा और विधानपरिषद में लंबे समय तक नेतृत्व करने के साथ ही तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में यूपी जैसे राज्य को नेतृत्व प्रदान किया. देश की संसद में सात बार प्रतिनिधित्व किया और भारत के रक्षामंत्री के रूप मे देश की सेवा की है.