मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता तथा शरद पवार के करीबी जयंत पाटिल ने रविवार को इन खबरों को खारिज कर दिया कि उन्होंने पुणे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 'गुपचुप' मुलाकात की थी.
उन्होंने इन अटकलों का भी खंडन किया कि वह शिवसेना-भाजपा सरकार में अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट में शामिल होने वाले हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी कहा कि शाह और पाटिल के बीच कोई बैठक नहीं हुई है. जयंत पाटिल ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'मैं हमेशा शरद पवार के साथ हूं.'
अमित शाह ने रविवार को पुणे में 'सेंट्रल रजिस्ट्रार ऑफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज' (सीआरसीएस) कार्यालय का डिजिटल पोर्टल शुरू किया. पाटिल ने कहा कि वह शनिवार शाम को राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ थे और बाद में उन्होंने अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अनिल देशमुख, राजेश टोपे और सुनील भुसारा से मुलाकात की थी.
राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, 'वे रात डेढ़ बजे तक मेरे घर पर थे. मैं आज सुबह फिर शरद पवार से मिला. जिन लोगों ने ये अफवाहें फैलाईं, उन्हें जवाब देना चाहिए कि मैं किस समय पुणे में शाह से मिला और सबूत दिखाएं. मैं हमेशा शरद पवार के साथ हूं. ऐसी अटकलें बंद होनी चाहिए.'
पाटिल ने कहा कि उन पर पाला बदलने का कोई दबाव नहीं है और उन्होंने किसी से कोई बातचीत नहीं की है. राकांपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'मैंने मुंबई में विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की बैठक के आयोजन के लिए (शनिवार को) एमवीए की बैठक में भाग लिया. मैं आयोजन समिति का हिस्सा हूं, इसलिए यह स्पष्ट है कि ऐसी अटकलें क्यों लगाई जा रही हैं.'