दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

'जिहादी गतिविधियों' वाले मदरसों पर सभी राज्य कड़ी कार्रवाई करें : असम के मंत्री

असम के मंत्री पीयूष हजारिका का कहना है कि असम में 'जिहादी गतिविधियों' के लिए मदरसों को नष्ट किया गया है. ऐसे ही कदम अन्य राज्यों को उठाने चाहिए. 'ईटीवी भारत' के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय से खास बातचीत में जानिए उन्होंने क्या कहा.

Pijush Hazarika
असम के मंत्री

By

Published : Sep 10, 2022, 8:49 PM IST

नई दिल्ली: ऐसे समय में जब असम सरकार ने 'जिहादी गतिविधियों को कथित रूप से संरक्षण देने के लिए मदरसों' को ध्वस्त करने के लिए साहसिक कदम उठाया है, असम सरकार के कैबिनेट और सूचना और जनसंपर्क मंत्री पीयूष हजारिका (Pijush Hazarika) ने भारत के अन्य राज्यों में भी इसी तरह के कदम पर जोर दिया है (Assam Minister on actions against madrasas). हजारिका ने शनिवार को नई दिल्ली में 'ईटीवी भारत' को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, 'भारत भर के राज्यों को ऐसे मदरसों को नष्ट करने की पहल को अपनाना चाहिए जो आतंकवादियों को शरण देते हैं. हमें जिहाद फैलाने वाले मदरसों को रोकना चाहिए.'

मंत्री हजारिका से खास बातचीत

भारतीय उपमहाद्वीप (एक्यूआईएस) में अल कायदा से संबद्ध बांग्लादेश स्थित कट्टरपंथी संगठन अंसारुला बांग्ला टीम (एबीटी) के कुछ सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद, असम सरकार ने ऐसे मदरसों को ध्वस्त करने की पहल की है जो कथित तौर पर आतंकवादियों को शरण देते हैं. पहला मदरसा 31 अगस्त को निचले असम के बोंगाईगांव जिले में ध्वस्त किया गया. स्थानीय अधिकारियों ने कथित तौर पर जिहादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इसे ध्वस्त किया. अब तक राज्य भर में बुलडोजर की मदद से पांच मदरसों को तोड़ा जा चुका है.

पिछले कुछ महीनों में, असम में सुरक्षा एजेंसियों ने 37 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग एक्यूआईएस और एबीटी के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सदस्य पाए गए थे. गिरफ्तार किए गए लोगों में एक मस्जिद के इमाम और कुछ मदरसा शिक्षक शामिल हैं, जो कथित तौर पर एबीटी के लिए वित्तीय लेनदेन में शामिल थे.

खुफिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) ने दावा किया कि कुछ जिहादी, मस्जिदों के इमाम या मदरसों के शिक्षकों के रूप में काम कर रहे थे. हजारिका ने कहा, 'हम मदरसों को ध्वस्त नहीं कर रहे हैं बल्कि हम जिहादियों के 'सुरक्षित स्वर्ग' को ध्वस्त कर रहे हैं. ऐसे मदरसों को नष्ट करना कर्तव्य है जो अल कायदा, जिहादी और अन्य जैसे आतंकवादियों को शरण देते हैं.'

उन्होंने कहा कि स्टेट्स के लोग भी सरकार के इस कदम में समर्थन कर रहे हैं. हजारिका ने कहा, 'हमें ऐसे सभी 'अल कायदा कार्यालयों' को नष्ट करने की जरूरत है. दिलचस्प बात यह है कि राज्य के लोग भी हमारा समर्थन कर रहे हैं. ऐसा ही एक उदाहरण हाल ही में हुआ जहां स्थानीय लोगों ने असम में एक मदरसे को नष्ट कर दिया.' हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने असम में आठ आरोपी जिहादियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किए.

मदरसे को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए जा रहे सर्वेक्षण के बारे में पूछे जाने पर हजारिका ने कहा कि 'उनकी सरकार ने मदरसों को सुव्यवस्थित करने के लिए पहले ही एक स्पष्ट रणनीति अपनाई है.' हजारिका ने कहा, 'हाल ही में, असम में मदरसे के इमामों ने पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक की और कहा कि वे मदरसों को छोटा करते रहेंगे. उन्होंने सुझाव दिया है कि वे मौलाना का पंजीकरण बनाए रखेंगे, जैसे कि मौलाना कहां पढ़ा रहे हैं.'

हजारिका स्वतंत्रता सेनानी लाचित बरफुकन (Lachit Barphukan) के 400वें जन्म शताब्दी समारोह के सिलसिले में नई दिल्ली में थे, जिन्होंने असम और पूर्वोत्तर पर आक्रमण करने के मुगल के प्रयास को विफल कर दिया था. हजारिका ने कहा, 'केवल दो लोग मुगल आक्रमण को विफल करने में सक्षम थे, जिसमें छत्रपति शिवाजी और लाचित बरफुकन शामिल हैं. लाचित असम के एक महान योद्धा थे जिन्होंने पूर्वोत्तर पर शासन करने के मुगलों के सपने को नष्ट कर दिया.'

लाचित बरफुकन की जन्मशती के उपलक्ष्य में असम सरकार ने नई दिल्ली में एक विशाल कार्यक्रम तैयार किया है. हजारिका ने कहा, 'हम पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को आमंत्रित कर चुके हैं और हमें उम्मीद है कि वे दोनों कार्यक्रम में शामिल होंगे.' मंत्री ने कहा कि लाचित बरफुकन के जन्म शताब्दी समारोह के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यक्रम में 2400 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.

पढ़ें- असम : अंसार-उल-इस्लाम से संबंध रखने वाले मुफ्ती द्वारा संचालित मदरसे को ध्वस्त किया गया

पढ़ें-असम : जिहादी गतिविधियों के विरोध में स्थानीय लोगों ने मदरसा ढहाया

ABOUT THE AUTHOR

...view details