नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने बुधवार को डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर पूरे भारत में अलर्ट जारी किया. केंद्रीय मंत्रालय ने इस बात पर संज्ञान लिया कि महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे कुछ राज्यों में इस साल सितंबर तक डेंगू के कारण क्रमश: 14, सात और छह मौतें हो चुकी हैं.वहीं गुजरात, झारखंड और केरल में भी सितंबर तक डेंगू से एक-एक व्यक्ति ने जान गंवाई है.
डेंगू को लेकर सरकार ने पूरे भारत में जारी किया अलर्ट. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पूरे भारत में 1,16,991 डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में सितंबर तक क्रमश: 8977, 8302 और 5690 मामले दर्ज किए गए हैं.
वहीं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन नौ राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में अपने विशेषज्ञों के दल भेजे हैं, जहां डेंगू के अधिक मामले सामने आ रहे हैं. इन दलों को राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों को प्रभावी जन स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में सहायता तथा सहयोग करने का काम सौंपा गया है. ये नौ राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश हरियाणा, केरल, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर हैं.
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वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि कुछ राज्यों में अक्टूबर में डेंगू के मामले पिछले साल इसी अवधि में सामने आए मामलों से काफी अधिक हैं. 15 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सबसे अधिक डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं. 31 अक्टूबर तक देश में सामने आए कुल मामलों में 86 प्रतिशत इन्हीं राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों से थे.
बयान में बताया गया कि केन्द्र के इन दलों में, मच्छर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी) और क्षेत्रीय कार्यालयों के विशेषज्ञ शामिल हैं. इन्हें उन नौ राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में भेजा गया है, जहां सितंबर की तुलना में अक्टूबर में डेंगू के अधिक मामले सामने आए थे.
इस बारे में एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स-इंडिया (एएचसीपीआई) के महानिदेशक डॉ. गिरिधर ज्ञानी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कोविड-19 की तरह डेंगू के परीक्षण में तेजी लानी चाहिए. उन्होंने कहा कि डेंगू के मामलों का जल्द पता लगने से स्थिति और खराब होने से बचा जा सकता है. उन्होंने उन्होंने कहा कि उनकी एसोसिएशन पहले ही केंद्र सरकार को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर सुझाव दे चुकी है.
डॉ. ज्ञानी ने कहा, संक्रमित व्यक्ति में आम तौर पर डेंगू के लक्षण तीन दिनों के बाद दिखाई देते हैं. विडंबना यह है कि डेंगू की स्थिति ने देश भर में कोविड-19 की स्थिति और खराब कर दी है. डॉ. ज्ञानी ने कहा, यह भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए इन दो बीमारियों से लड़ने का महत्वपूर्ण समय है.