नई दिल्ली :पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव (Former Chief Secretary of West Bengal) और वर्तमान में सीएम ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार (Chief Advisor to CM Mamata Banerjee) अलपन बंद्योपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay) के खिलाफ केंद्र सरकार ने विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी है. बंद्योपाध्याय पर कदाचार और दुर्व्यवहार के आरोप लगाए गए हैं.
इस संबंध में सरकार ने अलपन बंद्योपाध्याय को अपने बचाव में जवाब देने के लिए 30 दिन का समय दिया है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल दौरे के वक्त अलपन के पेशेवर आचरण को लेकर सवाल खड़े हुए थे और अब केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने उनके खिलाफ एक बड़ा जुर्माना लगाने का प्रस्ताव दिया है.
इससे पहले गत मई माह में सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई थी कि केंद्र सरकार का कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन विभाग (DOPT) नई दिल्ली को रिपोर्ट करने में विफल रहने के बाद केंद्र पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करेगा. इस पर सरकारी सूत्रों ने कहा था कि अलपन बंद्योपाध्याय के खिलाफ चार्जशीट जारी की जाएगी, भले ही वह सेवानिवृत्त हो गए हों.
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बता दें कि केंद्र सरकार ने बंदोपाध्याय को 31 मई की सुबह 10 बजे तक रिपोर्ट करने का आदेश दिया था. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा चक्रवात यास के प्रभाव को लेकर समीक्षा के लिए राज्य की यात्रा के दौरान पीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होने पर विवाद के बाद यह कार्रवाई हुई थी.