देहरादून (उत्तराखंड):केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर सोने की परते लगाये जाने का मामला शुरू से ही विवादों में रहा है. इसके बाद भी केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर सोने की परत चढ़ाई गई. अब गर्भ गृह की दीवारों पर लगाई गई सोने की परतों को लेकर फिर से विवाद शुरू हुआ है. तीर्थ पुरोहितों ने आरोप लगाया है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर लगाया गया सोना, पीतल में बदल गया है. मामले में अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया है. अखिलेश यादव ने इसे आपराधिक और आस्था से खिलवाड़ करने का मामला बताया है. हालांकि, बदरी-केदार मंदिर समिति की ओर से इस विवाद को लेकर खंडन पत्र भी जारी किया जा चुका है.
अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'केदारनाथ मंदिर में सोने की परतों की जगह पीतल की परतों को लगाने का आरोप आपराधिक के साथ-साथ आस्था से खिलवाड़ का भी बेहद संवेदनशील मामला है, इस साज़िश की उच्च स्तरीय जांचकर झूठ की परतें उतारी जाएं'.
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बता दें कुछ दिन पहले चारधाम महापंचायत उपाध्यक्ष और केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसमें संतोष त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह की दीवारों पर लगाया गया सोना, पीतल में बदल गया है. उन्होंने अधिकारी एवं मंदिर समिति को घेरते हुए कहा कि गर्भ गृह में सोने की परत लगाने के रूप में सवा अरब रुपये का घोटाला किया गया. हालांकि, बीकेटीसी के कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने इसका खंडन किया था. उन्होंने इसके लिए बकायदा खंडन पत्र भी जारी किया था.
वर्तमान में एक वीडियो सोशल मीडिया में प्रचारित किया जा रहा है, जिसमें सोने की लागत एक अरब पंद्रह करोड़ रुपये बताई गई. यह बिना तथ्यों के भ्रामक जानकारी प्रसारित कर जनमानस की भावनाएं आहत करने का प्रयास किया गया है. बीकेटीसी ने स्पष्ट किया कि केदारनाथ गर्भ गृह में 23,777.800 ग्राम सोना लगाया गया है, जिसका वर्तमान मूल्य 14.38 करोड़ है. स्वर्ण जड़ित कार्य के लिए इस्तेमाल कॉपर की प्लेटों का कुल वजन 1,001.300 किलोग्राम है, जिसकी कीमत 29 लाख रुपये है.
आरसी तिवारी,बीकेटीसी के कार्याधिकारी