जयपुर. पीएम नरेंद्र मोदी राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को आज वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर जयपुर से रवाना करेंगे. उसके बाद जनप्रतिनिधि अजमेर-दिल्ली कैंट-अजमेर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का विभिन्न स्टेशनों पर स्वागत करेंगे. बता दें कि वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन कार्यक्रम जयपुर जंक्शन पर आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित बीजेपी के नेता व रेलवे के अधिकारीगण मौजूद रहेंगे.
Ajmer-Delhi Vande Bharat Express : जानिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में क्या है खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को आज जयपुर से वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
वंदे भारत ट्रेन में क्या है खूबियां :वंदे भारत ट्रेन में ऑनबोर्ड इंफोटेनमेंट, जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे, स्लाइडिंग दरवाजे और बायो टॉयलेट जैसी विशेषताएं मौजूद हैं. पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से निर्मित इस ट्रेन में 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है और इसमें 16 कोच हैं. सामान्य शताब्दी ट्रेन की तुलना में वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रैवल टाइम काफी कम है. दो उच्च श्रेणी के डिब्बे भी लगाए गए हैं. इन दोनों में 52-52 सीटें होंगी. वहीं एक सामान्य कोच में 78 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है.
मेट्रो ट्रेन जैसी है सुविधा :
ट्रेन में जीपीएस, स्वचालित दरवाजे, वाईफाई, एसी, पर्सनल चार्जिंग सॉकेट और सीसीटीवी सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं. मेट्रो ट्रेनों के समान स्वचालित दरवाजों वाली वंदे भारत ट्रेन भारत की पहली बिना इंजन वाली ट्रेन है. यानी ट्रेन एकीकृत इंजन के साथ बनाई गई है, जैसे मेट्रो या बुलेट ट्रेन में होता है.
बारिश से निपटने के लिए लगी है विशेष तकनीक :
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों के हर एक कोच में चार आपातकालीन लाइटें भी लगाई गई हैं. आपदा के दौरान सामान्य रोशनी के अभाव में इमरजेंसी लाइट यूज की जा सकती है. इमरजेंसी बटन की संख्या भी बढ़ाकर चार की गई है. बारिश के दौरान ट्रेनों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए बने अंडरफ्रेम उपकरणों को अपग्रेड किया गया है. इसके होने से बारिश और बाढ़ के पानी रेलवे ट्रैक पर जमा होने पर भी ट्रेनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. वंदे भारत एक्सप्रेस फायर सर्वाइवल केबल इनडोर सर्किट से भी लैस हैं. इसके अलावा एसी बोगियों में बिजली कटने पर वेंटिलेशन की उपलब्धता के साथ छत से आने वाली प्यूरीफाई हवा सिस्टम भी तैयार किया गया है.