येरेवान (आर्मेनिया) :भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने बुधवार को आमेर्निया के प्रसिद्ध विरासत स्थलों का दौरा किया. आमेर्निया और भारत के गहरे ऐतिहासिक संबंधों का जिक्र करने के बाद उन्होंने टिप्पणी की कि अजंता यहां आर्मेनिया में भी मौजूद है.
एस जयशंकर ने ट्वीट किया, आर्मेनिया-भारत संबंध येरेवान के मतेनादरन पुस्तकालय (Matenadaran library in Yerevan) में दिखाई देता है. पहला आर्मेनियाई समाचार पत्र और संविधान जो मद्रास (चेन्नई) में प्रकाशित हुआ था. उन्होंने 18वीं सदी के दस्तावेजों की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं.
मतेनादरन पुस्तकालय की स्थापना 1959 में हुयी थी और यह प्राचीन पांडुलिपियों के दुनिया के सबसे बड़े भंडारों में से एक है. जयशंकर आर्मेनिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय विदेश मंत्री हैं. उन्होंने बाद में आर्मेनिया की राष्ट्रीय गैलरी का भी दौरा किया.
जयशंकर ने ट्वीट किया, आर्मेनिया में अजंता. येरेवान में आर्मेनिया की नेशनल गैलरी में प्रसिद्ध आर्मेनियाई कलाकार सरकिस खाचतुरियन द्वारा गुफाओं की पेंटिंग. साथ ही संस्कृत में महाभारत की एक प्रति मतेनादारन पुस्तकालय में.