नई दिल्ली :एक तरफ देश में कोविड-19 के लिए वैक्सीन लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है. वहीं देश के बड़े हवाई अड्डे उन्हें लोगों तक तेजी से लाने-ले जाने के लिए तैयारी कर रहे हैं.
वैक्सीन को लेकर चल रहे प्रयासों पर टिप्पणी करते हुए, नई दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे ने मंगलवार को कहा कि उसके पास जीडीपी (गुड डिस्ट्रीब्यूशन प्रैक्टिस) के साथ दो कार्गो टर्मिनल हैं. इसमें संवेदनशील तापमान से निपटने के लिए प्रमाणित तापमान नियंत्रित सुविधा मौजूद है.
तापमान नियंत्रित कार्गो सुविधाओं में प्रति वर्ष 1.5 लाख मीट्रिक टन से अधिक की क्षमता होती है.
दिल्ली हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने ईटीवी भारत को बताया कि इन सुविधाओं में अत्याधुनिक तापमान नियंत्रित क्षेत्र होते हैं, जिसमें +25 डिग्री सेल्सियस से -20 डिग्री सेल्सियस तक अलग-अलग कूल चैंबर होते हैं.
तापमान नियंत्रित कंटेनरों को संभालने के लिए टर्मिनलों को पर्याप्त संख्या में चार्जिंग पॉइंट प्रदान किए जाते हैं. कार्गो की आवाजाही के लिए संवेदनशील तापमान और टर्मिनलों से लेकर हवाई जहाजों तक इन कूल डॉली रखी जाती हैं.
दिल्ली हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने कहा कि हवाई अड्डा आपूर्ति कंपनियों में अन्य हितधारकों के साथ-साथ फार्मा कंपनियों, एयरलाइंस, तापमान नियंत्रित सुविधाओं के आपूर्तिकर्ताओं, फारवर्डरों, अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए कुशल, विश्वसनीय और बिना बाधा के सेवाओं के लिए तापमान नियंत्रित सुविधाओं के प्रदाताओं के साथ भी काम कर रहा है.
पिछले एक दशक में, भारत वैश्विक फार्मास्यूटिकल्स और वैक्सीन हब के रूप में उभरा है, जो दुनिया के लगभग 60 फीसदी टीकों का उत्पादन करता है. इसमें से हैदराबाद, फार्मा हब, वैश्विक वैक्सीन आपूर्ति के एक तिहाई से अधिक उत्पादक की क्षमता रखता है.