शिमला: 'सभी श्रोताओं को नमस्कार, मैं सलाउद्दीन खान बाबर, पेश हैं आज के मुख्य समाचार' आकाशवाणी शिमला पर गूंजती ये आवाज अब कभी नहीं सुनाई देगी. शिमला पर बरपा कुदरत का कहर इस आवाज को भी खामोश कर गया. भारी बारिश ने हिमाचल को कभी न भरने वाले जख्म दिए हैं. सोमवार को शिमला के फागली में हुए लैंडस्लाइड में मलबे के नीचे एक ऐसी आवाज भी दफन हो गई, जिसे हिमाचल के लोग अकसर रेडियो पर सुनते थे. आकाशवाणी शिमला से प्रसारित होने वाले समाचारों में सलाउद्दीन खान की प्रभावशाली आवाज सुनाई देती थी. अब इस आवाज वाला होनहार युवा खुद खबर बन चुका है.
एक होनहार नौजवान की मौत: बचपन में ही मां-पिता को खोने वाले सलाउद्दीन बाबर को फागली के लोग एक खुशमिजाज युवा के रूप में जानते थे. सलाउद्दीन भाजपा के कार्यकर्ता थे और अपने भाई के साथ शिमला के फागली में रहते थे. प्राइवेट जॉब के साथ-साथ आकाशवाणी शिमला में न्यूज रीडर भी थे. सोमवार को फागली में हुए लैंडस्लाइड में 5 लोगों की मौत हो गई जबकि 5 लोग घायल हो गए थे. फागली में लैंडस्लाइड हुआ तो वो अपने छोटे भाई को बचाने के लिए दौड़ा, लेकिन खुद मलबे की चपेट में आ गया. दोनों भाई मलबे में दब गए और जान गंवा बैठे. सलाउद्दीन का बड़ा भाई नेरवा चौपाल में निजी कंपनी में काम करता है. सलाउद्दीन की मौत के बाद फागली में मातम का माहौल है.
भाई को बचाने गए और मलबे की चपेट में आ गए बाबर: सलाउद्दीन बाबर खान की दिनचर्या में सोमवार का दिन भी रूटीन की तरह आया था. वो दिन की शुरुआत के अपने काम कर रहा था कि अचानक फागली में लैंडस्लाइड हो गया. पेड़ और मलबा गिरने से अफरा-तफरी मच गई. लैंडस्लाइड की चपेट में आए मकान मलबे में तब्दील हुए तो लोगों को बचाने के लिए बाबर खान भी पहुंचे. सलाउद्दीन का भाई भी मलबे की जद में आ गया था, जिसे देखते हुए बाबर अपने भाई और दूसरे लोगों को बचाने के लिए खतरे से खेल गया. तभी एक और लैंड स्लाइड हुआ जिसने बाबर खान को भी अपनी जद में ले लिया. रेस्क्यू में लगे लोगों को पता चला कि बाबर खान भी मलबे में फंस गया है. तो राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया और फिर मलबे से दोनों भाइयों के शव निकाले गए.