नई दिल्ली :एअर इंडिया ने केबिन क्रू की कमी को पूरी तरह से अफवाह और निराधार बताया है. एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ उड़ानों को परिचालन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन ये छिटपुट हैं और इसका तुरंत समाधान कर लिया गया है.
प्रवक्ता के मुताबिक 'घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर बढ़ते यातायात को पूरा करने के लिए एअर इंडिया पिछले कुछ महीनों में सक्रिय रूप से भर्ती कर रही है. फिर भी, हमें इस असुविधा का खेद है. देरी से हमारे मूल्यवान यात्रियों को परेशानी हुई होगी.'
'कुछ लंबी दूरी की उड़ानें देरी का सामना कर रही हैं': एअर इंडिया ने कहा कि लंबी दूरी की उसकी कुछ उड़ानें हवाईअड्डा प्रवेश पास से संबंधित मुद्दों के कारण देरी का सामना कर रही हैं. इस मामले को सुलझाने के लिए अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है.
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) द्वारा जारी किए गए एयरपोर्ट एंट्री पास (एईपी), एयरलाइन क्रू (पायलट और केबिन क्रू), इंजीनियरों, ग्राउंड स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों और अन्य व्यक्तियों को एयरपोर्ट एक्सेस की अनुमति देते हैं.
एअर इंडिया के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, 'एअर इंडिया को खेद है कि केबिन क्रू को उम्मीद से धीमी गति से एयरपोर्ट एंट्री पास जारी करने से उत्पन्न परिचालन संबंधी मुद्दों के कारण हमारी उत्तरी अमेरिका की कुछ उड़ानों में देरी हुई है. हालांकि, एयरलाइन ने विशिष्ट विवरण साझा नहीं किया. प्रवक्ता ने कहा, 'एअर इंडिया शेष पास जारी करने में तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है.'
सूत्रों के मुताबिक करीब एक महीने पहले रिपोर्ट में दावा किया गया था कि एयर इंडिया अपने बोइंग 777 विमानों के लिए प्रवासी पायलटों को नियुक्त करने की योजना बना रही है, क्योंकि एयरलाइन को अपने बेड़े के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय परिचालन के विस्तार की योजना के बीच पायलटों की कमी का सामना करना पड़ रहा है.
सूत्रों ने खुलासा किया था कि कैरियर व्यापक बॉडी वाले बोइंग 777 बेड़े के लिए लगभग 100 पायलटों को भर्ती करना चाह रहा है और उसने विभिन्न एजेंसियों से संपर्क किया है जो एयरलाइंस को प्रवासी उड़ान चालक दल प्रदान करते हैं. घाटे में चल रही एयर इंडिया का जनवरी 2022 में टाटा समूह ने अधिग्रहण किया है.
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(एक्स्ट्रा इनपुट भाषा)