नई दिल्ली: यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी ने बुधवार को कहा कि एयर इंडिया का रिकॉर्ड 470 जेट का विस्तार भारत-अमेरिका की वाणिज्यिक साझेदारी की ताकत का प्रमाण है. मुकेश अघी ने कहा,'हम एयरबस (250) और बोइंग (220) से रिकॉर्ड 470 जेट के विस्तार पर एयर इंडिया की सराहना करते हैं.
यह वाणिज्यिक विमानन इतिहास में सबसे बड़ी खरीद में से एक है और अमेरिका-भारत वाणिज्यिक साझेदारी की ताकत का प्रमाण है.' एयर इंडिया के पास बोइंग से 70 और विमान खरीदने का विकल्प है. एयरबस से 250 विमान खरीदने वाली एयर इंडिया ने अपनी विकास रणनीति के तहत 290 विमान तक की खरीद के लिए बोइंग को भी चुना है.
अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी ने मंगलवार को कहा कि यह दक्षिण एशिया में बोइंग का सबसे बड़ा ऑर्डर होगा. बोइंग ने एक बयान में कहा कि बोइंग और एयर इंडिया के बीच हुए समझौते में 50 अतिरिक्त 737 मैक्स और 20 787-9 के विकल्प शामिल हैं. इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार (स्थानीय समय) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बात की. दोनों नेताओं ने एयर इंडिया और बोइंग के बीच हुए समझौते पर भी बात की.
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस डील की वजह से अमेरिका में 10 लाख नौकरी बढ़ेगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत और एयर इंडिया को भारत में हवाई परिवहन की बढ़ती मांगों को पूरा करने में मदद करेगी. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा, 'राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बात की. उन्होंने बोइंग से 200 से अधिक अमेरिकी निर्मित विमान खरीदने के लिए एयर इंडिया के ऐतिहासिक समझौते पर चर्चा की.'
अघी ने कहा, 'राष्ट्रपति बाइडेन का बयान वाणिज्यिक संबंधों की ताकत को स्वीकार करता है क्योंकि उन्होंने इसे दोनों कंपनियों के बीच एक 'ऐतिहासिक समझौता' करार दिया. यह राष्ट्रपति बाइडेन के स्टेट ऑफ द यूनियन भाषण के साथ भी जुड़ा हुआ है, जहां वह अमेरिका में विनिर्माण को वापस लाना चाहते थे. राष्ट्रपति स्वीकार करते हैं कि यह 44 राज्यों में एक लाख अमेरिकी नौकरियों का समर्थन करके अमेरिकी विनिर्माण उद्योग को बढ़ाएगा.'
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ सार्थक बातचीत की. इसमें दोनों नेताओं ने एयर इंडिया और बोइंग के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग के बेहतरीन उदाहरण के रूप में ऐतिहासिक समझौते का स्वागत किया. दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के मजबूत होने पर संतोष व्यक्त किया, जिसके परिणामस्वरूप सभी क्षेत्रों में मजबूत वृद्धि हुई है.
पीएमओ की एक विज्ञप्ति में कहा गया, 'उन्होंने एयर इंडिया और बोइंग के बीच एक ऐतिहासिक समझौते की घोषणा का स्वागत किया, जो पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा.' पीएम मोदी ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में सिविल एविएशन के क्षेत्र में संभावनाओं को देखकर यहां निवेश करने का निमंत्रण भी दिया.
बाइडेन ने कहा, 'अमेरिका विनिर्माण क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है और करेगा.' उन्होंने आगे कहा कि एयर इंडिया और बोइंग के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते की जानकारी देते हुए मुझे बहुत ही खुशी हो रही है. यह खरीद 44 राज्यों में दस लाख से अधिक अमेरिकी नौकरियों का समर्थन करेगी, और कई को चार साल की कॉलेज की डिग्री की आवश्यकता नहीं होगी.'
(एएनआई)