चेन्नई : अन्नाद्रमुक की आम परिषद की बैठक में गुरुवार को हंगामे के बीच सभी 23 प्रस्ताव खारिज कर दिए गए और घोषणा की गई कि परिषद सदस्यों की एकमात्र मांग संयुक्त समन्वयक ई.के. पलानीस्वामी के पक्ष में पार्टी के लिए एकल नेतृत्व प्रणाली पेश करना है. पार्टी के संयोजक पन्नीरसेल्वम जब मंच से जाने वाले थे, तब उनके बहुत करीब एक बोतल आकर गिरी. बोतल पन्नीरसेल्वम पर गिरने ही वाली थी, लेकिन उनके निजी सुरक्षा अधिकारी ने अपनी बाहें उनके आसपास फैलाकर उन्हें बचा लिया. मंच से उतरकर जब वह निकास द्वार की ओर जा रहे थे तब एक और बोतल उनके पास गिरी.
बैठक के समय पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी समर्थकों के बीच जबरदस्त नारेबाजी देखने को मिली. दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच जोरदार बहस हुई और दोनों पक्षों ने अपने-अपने नेताओं का पूरा समर्थन किया. पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी जब बैठक स्थल पर पहुंचे तो दोनों के समर्थकों ने उनका स्वागत करते हुए नारेबाजी की. दूसरी ओर, द्रमुक के अध्यक्ष व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अन्नाद्रमुक में चल रही अंदरूनी लड़ाई का जिक्र किया और कहा कि जो उनकी पार्टी को खत्म करना चाहते थी, वो अब अपने खात्मे की ओर बढ़ रही है.
अन्नाद्रमुक की बैठक में सभी प्रस्ताव खारिज :इससे पहले बैठक के दौरान सभी 23 प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया और घोषणा की गई कि परिषद के सदस्यों की एकमात्र मांग संयुक्त समन्वयक ई.के. पलानीस्वामी के पक्ष में पार्टी के लिए एकल नेतृत्व व्यवस्था पेश करना है. बैठक शुरू होते ही पहले से तय प्रस्तावों को पारित करने की प्रक्रिया शुरू हुई. इनमें से पहला प्रस्ताव पार्टी समन्वयक ओ. पन्नीरसेल्वम ने जबकि दूसरा पलानीस्वामी ने पेश किया. पलानीस्वामी ने संक्षिप्त संबोधन में पन्नीरसेल्वम को अपना 'भाई' बताया. हाल में राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए वरिष्ठ नेता सी.वी. षणमुगम ने घोषणा की कि सामान्य परिषद सभी प्रस्तावों को खारिज करती है. उन्होंने पलानीस्वामी के पक्ष में अन्नाद्रमुक के लिए एकल नेतृत्व की जरूरत पर बात की.