अहमदाबाद :भारत आज एक और उपलब्धि अपने नाम करने जा रहा है. श्रीहरिकोटा से दोपहर 02:35 बजे चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जाएगा. चंद्रयान-2 के अंदर, भारत ने अपने पहले प्रयास में चंद्र के दक्षिणी भाग तक सबसे दूर तक पहुंचने का रिकॉर्ड दर्ज किया था. 4 साल की छोटी सी अवधि में भारत एक बार फिर चंद्र पर अपना उपग्रह लॉन्च करने के लिए तैयार है. अहमदाबाद इसरो का चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3 Mission) को बनाने में काफी अहम योगदान रहा है.
अहमदाबाद इसरो के डायरेक्टर नीलेश देसाई (Ahmedabad ISRO director Nilesh Desai) ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि, चंद्रयान 3, चंद्रयान-2 का फालोअप मिशन है. चंद्रयान-2 सफल नहीं रहा, जिसके कारण चंद्रयान-3 बनाने का निर्णय लिया गया. कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार कल चंद्रयान-3 लॉन्च किया जाएगा. भारत के सभी इसरो ने इसमें बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसमें अहमदाबाद के स्पेस एप्लीकेशन सेंटर का भी बहुत बड़ा योगदान है.
उपग्रहों के सेंसर और पेलोड का निर्माण अहमदाबाद के इसरो केंद्र में किया जाता है. चंद्र पर आसान लैंडिंग के लिए बहुत सारे सेंसर और पेलोड की आवश्यकता होती है. इन पेलोड का निर्माण अहमदाबाद इसरो में किया जाता है, जिन्हें चंद्रयान 3 में स्थापित किया गया है.