चंडीगढ़: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है. जिसको लेकर वो अब विपक्ष और खाप के नेताओं के निशाने पर हैं. इसके अलावा किसान भी कृषि मंत्री से नाराज हो गए हैं. हरियाणा में मंत्री के इस बयान से विवाद खड़ा हो गया है. राजनीतिक पार्टियां इस विवाद को अपने पक्ष में भुनाने में जुट गई हैं.
कांग्रेस ने क्या कहा ?कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता केवल ढींगरा ने कहा कि बीजेपी के नेताओं के इस तरह के बयानों से उनका अहंकार झलकता है. इस तरह के घटिया बयान देखकर ये नेता अपनी मानसिकता को दर्शाते हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में प्रदेश की जनता उनके इस तरह के बयानों का मुंह तोड़ जवाब देगी.
इनेलो ने की निंदा :इंडियन नेशनल लोकदल के प्रवक्ता ओंकार ने कहा कि कृषि मंत्री का ये बयान निंदनीय है. बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की बात करने वाले ये नेता इस तरह का बयान देकर अपनी मानसिकता को दर्शाते हैं. उनकी इस बात की इंडियन नेशनल लोकदल कड़ी शब्दों में निंदा करता है. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए.
महिलाओं के लिए बेतुके बोल क्यों ? : आम आदमी पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने ट्वीट कर कृषि मंत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी ने किसानों को खालिस्तानी आतंकवादी, आंदोलन जीवी कहकर नफरत फैलाई. अब हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल सरेआम किसान परिवारों की महिलाओं के बारे में बेतुके बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'मनोहर लाल जी आपके मंत्रियों, बीजेपी नेताओं को किसान भाइयों से और उनके परिवार से इतनी नफरत क्यों हैं ? हरियाणा की जनता जानना चाहती है'.
कृषि मंत्री का विवादित बयान: दरअसल कृषि मंत्री जेपी दलाल ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था ' बहुत से लोग यहां बैठे रहते थे. अब मैं कुछ बोलूंगा तो कहेंगे कि गलत बोल रहा है. उन लोगों की घरवाली भी उनकी बात नहीं मानती थी, लेकिन उन्होंने किसानों का ठेका ले रखा था. ये सच्चाई है. मैं उन सभी को जानता हूं. किसी पर पांच मुकदमे दर्ज हैं. किसी पर तीन मुकदमे दर्ज हैं. उल्टे-उल्टे काम कर रखे हैं. किसी की बहू भाग रही है, किसी की बेटी भाग रही है और वो किसानों के हितैषी बनते फिरते हैं.'