आगरा:ताजनगरी में G20 देशों के प्रतिनिधियों की बैठक शनिवार सुबह शुरू हो गई. बैठक में महिला सशक्तीकरण पर मंथन किया जा रहा है. उद्घाटन सत्र का केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुभारंभ किया. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री बेनी रानी मौर्य सहित अन्य अतिथि शामिल हैं. दुनिया में महिला सम्मान की सबसे बड़ी निशानी ताजमहल के इस शहर में G20 देशों के प्रतिनिधि आए हैं. जो होटल ताज कन्वेंशन में महिला सशक्तीकरण पर मंथन कर रहे हैं. भारत गुलाम वंश से मुगल काल से ही महिला सशक्तिकरण की मिसाल है.
G20 के नियुक्त शेरपा अमिताभ कांत ने प्रथम सत्र का प्रारंभ अपने भाषण से किया. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि भारत का G20 का अध्यक्ष बनना एक ऐतिहासिक पल है. आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ की विमेंस डिप्टी एक्सक्यूटिव डायरेक्टर तथा असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल अनीता भाटिया ने जेंडर इक्विलिटी पर अपनी बात रखी.
बता दें कि आगरा में शनिवार शाम G20 देशों के प्रतिनिधियों का शाही स्वागत किया गया है. अब शनिवार सुबह दस बजे से G20 देशों के प्रतिनिधियों का महिला सशक्तीकरण पर मंथन शुरू हुआ है. आज महिलाएं हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं. रोजगार से लेकर उद्योग जगत में महिलाओं का दबदबा है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ ही भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की), भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आइसीसीआर), विदेश मंत्रालय और नगर विकास विभाग के अधिकारी भी मौजूद हैं.
बैठक में केंद्र सरकार की ओर से 32 अफसर लगाए गए हैं. विदेशी मेहमानों के आगरा किला विजिट और वीवीआईपी के आगरा आगमन को लेकर पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. जनता से अपील की गई है कि जब वीवीआईपी रूट पर मेहमानों का काफिला जाएगा तो ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा, इसलिए वीवीआईपी रूट, फतेहबाद रोड और आगरा किला रोड पर जाने में परहेज करें.
रविवार (12 फरवरी) को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और आयुष राज्यमंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्र भी बैठक में शामिल होंगे. देश और विदेश के 40 वक्ता बैठक में शामिल होंगे. अतिथियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए दयालबाग विश्वविद्यालय, आगरा कॉलेज, सेंट जोंस कॉलेज समेत 62 प्रोफेसरों को लाइजन अफसर के रूप में लगाया गया है.
ये देश हैं G20 सदस्य
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं. जो, व्यापार, कृषि, रोगार, ऊर्जा, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई, आतंकवाद जैसे मुद्दे पर एक दूसरे के साथ खड़े हैं.