नई दिल्ली :देशभर में केंद्र सरकार की नई सेना भर्ती योजना 'अग्निपथ' के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच सेना ने साफ कर दिया है कि ये योजना वापस नहीं ली जाएगी. साथ ही सेना में बहाली सिर्फ 'अग्निवीर' के जरिए ही होगी. सेना में यूथ को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया गया है. अग्निवीर' को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो नियमित सैनिकों पर लागू होता. अग्निवीर के साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं है. ये बात तीनों सेनाओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही गई.
- अग्निपथ योजना नहीं होगी वापस
- सभी भर्तियां अग्निपथ योजना के तहत ही की जाएंगी
- देश सेवा में जीवन कुर्बान करने वाले 'अग्निवीर' को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा
- 'अग्निवीर' को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो नियमित सैनिकों पर लागू
- अग्निवीर में पुरुष और महिला दोनों जवान होंगे
- एयरफोर्स में 24 जून से अग्निवीर के पहले बैच की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होगी
- नौसेना में 25 जून को नोटिफिकेशन जारी होगा
- थलसेना एक जुलाई को ऩोटिफिकेशन जारी करेगी
- एयरफोर्स में 24 जुलाई से फेज-1 की ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी.
- एयरफोर्स में पहले बैच का प्रशिक्षण 30 दिसंबर से शुरू होगा
- 25,000 अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर तक ज्वाइन करेगा
- अग्निवीरों का दूसरा बैच फरवरी 2023 तक शामिल किया जाएगा
- युद्धपोतों पर तैनात होंगी महिला अग्निवीर
- प्रमाण पत्र देना होगा कि अभ्यर्थी विरोध या बर्बरता का हिस्सा नहीं थे, यानि हिंसा करने वाले नहीं बन पाएंगे अग्निवीर
- सेना में भर्ती के लिए पहले भी पुलिस वेरिफिकेशन जरूरी था, इसमें भी होगा
अग्निपथ योजना पर सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि यह सुधार लंबे समय से लंबित था. हम इस सुधार के साथ युवावस्था और अनुभव लाना चाहते हैं. योजना को वापस नहीं लिया जाएगा, इसे वापस क्यों लिया जाए, यह एक प्रगतिशील कदम है. अधिकारी ने कहा यह देश को युवा बनाने का एकमात्र प्रगतिशील कदम है. मैं आपको एक उदाहरण देता हूं. क्या आप जानते हैं कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों से स्वास्थ्य उद्देश्यों के लिए कितने लोगों के हताहत होने की सूचना है? इसके बारे में पढ़ें, तब आपको पता चलेगा कि युवा क्यों महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं. किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे.' उन्होंने कहा कि केंद्र योजना का 'विश्लेषण' करने के लिए सेना के 46,000 उम्मीदवारों की भर्ती के साथ इसे शुरू करेगा. अगले 4-5 वर्षों में हमारी भर्ती (सैनिकों की) 50,000-60,000 होगी. बाद में इसे बढ़कर 90,000 - 1 लाख कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि 'हमने योजना का विश्लेषण करने के लिए 46,000 से छोटी शुरुआत की है. उनिकट भविष्य में हमारे 'अग्निवीर' का आंकड़ा 1.25 लाख तक हो जाएगा.' शीर्ष सैन्य अधिकारी ने यह भी कहा कि सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं है. अग्निवीर' को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है. अगर अग्निवीर राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन बलिदान करते हैं तो उन्हें एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा.
'प्रदर्शन में समय खराब न करें युवा' :लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भारतीय सेना की नींव में अनुशासन है. आगजनी, तोड़फोड़ के लिए सेना में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा, 'हमने इस योजना को लेकर हाल की हिंसा की उम्मीद नहीं की थी. सशस्त्र बलों में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है. सभी उम्मीदवारों को एक लिखित शपथ देनी होगी कि वे किसी भी तरह की आगजनी/हिंसा में शामिल नहीं हैं.' पुलिस सत्यापन 100% है, उसके बिना कोई शामिल नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि हमारे साथ जो अग्निवीर में जुड़ना चाहता है वो प्रतिज्ञा लेगा कि उसने किसी प्रदर्शन या तोड़फोड़ में हिस्सा नहीं लिया...फौज में पुलिस वेरिफिकेशन के बिना कोई नहीं आ सकता. इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय खराब न करें.