कानपुर: केंद्र सरकार की तरफ से अग्निपथ योजना की जानकारी साझा करते ही देशभर में इसका विरोध शुरू हो गया था. युवाओं ने आक्रोश जताते हुए कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन किए थे. देश के युवा सरकार की इस योजना से खुश नहीं थे. हालांकि भर्ती निलकते ही युवाओं का गुस्सा शांत हो गया और बड़ी संख्या में युवाओं ने इसमें हिस्सा भी लिया है. अग्निपथ योजना के तहत सेना भर्ती की परीक्षा बीते रविवार से शुरू हो चुकी है. कानपुर के परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों की भारी भीड़ देखने को मिली. इस दौरान युवाओं ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि सेना की वर्दी पहनना गर्व की बात है.
सोमवार को दूर-दराज शहरों से आकर कानपुर के काकादेव पहुंचे युवाओं ने ईटीवी से बातचीत की. युवाओं का कहना है कि वह योजना से खुश नहीं हैं. लेकिन उनके दिल में जो देशसेवा का भाव है, उसके तहत वह योजना का लाभ लेंगे. आगरा से आए अभ्यर्थी हरिओम सिंह ने कहा कि इससे पहले जो भर्ती होनी थी, उसमें उनका चयन लगभग तय था. अंतिम समय में भर्ती निरस्त कर अग्निवीर योजना को लाया गया. अभ्यर्थी ने कहा कि वो इस योजना से खुश नहीं हैं, लेकिन एक दिन के लिए भी वर्दी पहनना हमारे लिए गर्व की बात है.
राजस्थान से आए अभ्यर्थी जतिन सिंह ने कहा योजना में रुचि नहीं है, क्योंकि नौकरी के लिए पांच साल की समय सीमा निर्धारित कर दी गई है. मगर, देश सेवा के लिए सेना में जाना है. अलीगढ़ से आए लकी ठेनुआ ने कहा कि योजना जो भी हो, बस देशसेवा करनी है. परिवार के कई सदस्य पहले से सेना में हैं. उनसे ही सेना में जाने की प्रेरणा मिली है.