नई दिल्ली : सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की नई अग्निपथ योजना पर कांग्रेस सरकार पर दबाव बनाने में जुटी हैं. कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने रविवार को जंतर मंतर पर इस योजना के विरोध में सत्याग्रह किया. इस सत्याग्रह में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी नेताओं-जयराम रमेश, राजीव शुक्ला, सचिन पायलट, सलमान खुर्शीद और अलका लांबा ने ‘सत्याग्रह’ में हिस्सा लिया. कांग्रेस के मुताबिक, सरकार को इस योजना को तुरंत वापस लेना चाहिए, क्योंकि यह छात्रों के लिए ठीक नहीं है. कांग्रेस के सत्याग्रह को लेकर जंतर मंतर पर भारी पुलिस बल सहित पैरामिल्रिटी फोर्सेस तैनात रहे.
देशभर में भी युवा इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और कई शहरों व कस्बों से हिंसा की घटनाएं दर्ज की गई हैं. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद देकर उन्होंने युवाओं को बेरोजगारी के 'अग्निपथ' पर चलने के लिए मजबूर कर दिया है. गांधी ने यह भी कहा कि आठ साल में 16 करोड़ नौकरियां दी जानी थीं, लेकिन युवाओं को केवल पकौड़े तलने का ज्ञान मिला.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद देकर प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को बेरोजगारी के 'अग्निपथ' पर चलने के लिए मजबूर कर दिया है. आठ साल में 16 करोड़ नौकरियां दी जानी थीं, लेकिन युवाओं को पकौड़े तलने का ही ज्ञान मिला.' उन्होंने कहा कि देश की इस हालत के लिए केवल प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार गरीबों और युवाओं के लिए नहीं, बल्कि बड़े उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है. वहीं, सचिन पायलट ने 'सत्याग्रह' पर कहा, 'योजना को वापस लिया जाना चाहिए.' उन्होंने प्रदर्शन कर रहे युवकों से हिंसा का सहारा नहीं लेने की अपील करते हुए कहा, 'योजना का विरोध करना उनका अधिकार है, लेकिन विरोध शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए. हिंसा नहीं होनी चाहिए.'
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, सत्याग्रह सत्य से सबंधित है जब भी आप सत्य के लिए खड़े होंगे जब भी आप किसी का विरोध करेंगे सत्य के साथ नहीं है वह सत्याग्रह होगा. हम देश के युवाओं को कहेंगे कि वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें यह देश का मामला है और फौज का मामला है इस मामले पर हिंसा बिल्कुल नहीं होनी चाहिए.