नई दिल्ली : नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की सांसद अगाथा संगमा ने नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 लोगों के मारे जाने की घटना का मुद्दा मंगलवार को लोकसभा में उठाया और कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफ्सपा) हटाया जाना चाहिए.
अगाथा संगमा ने माया एंज्लू (Maya Angelou) के काव्यांश- 'I come as one, but I stand as one thousand' (मैं अकेली हूं, पर एक हजार का प्रतिनिधित्व करती हूं) का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में हर संभव छात्र संघ की तरफ से नगालैंड में हुई गोलीबारी की निंदा की गई है.
संगमा ने कहा कि जीवन रेड्डी समिति ने भी AFSPA कानून रद्द करने की सिफारिश की है. उन्होंने कहा कि आर्म्ड फोर्सेज इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं.
उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और मेघालय से लोकसभा सदस्य अगाथा संगमा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि निर्दोष लोगों को आफ्सपा की वजह से जान गंवानी पड़ी है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भाजपा की सहयोगी एनपीपी की नेता ने पूर्वोत्तर में पहले की कुछ घटनाओं का उल्लेख किया और कहा, 'कई नेताओं ने यह मुद्दा उठाया है. अब समय आ गया है कि आफ्सपा को हटाया जाए.'
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने सीमा पर चीन की आक्रामकता का मुद्दा शून्यकाल में उठाया. उन्होंने दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश में चीन ने हमारी सीमा के भीतर गांव बना लिए हैं और पूर्वी लद्दाख में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार से आग्रह है कि इस विषय पर सदन में चर्चा कराए औेर वास्तविक स्थिति सदन के समक्ष रखे.