अलीबाग : महाराष्ट्र के रायगड जिले में भारी बारिश की वजह से नदियां उफना गई हैं और जिले के कई कस्बों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. वहीं, अलग-अलग घटनाओं में बच्ची समेत तीन लोग नदियों में डूब गए. एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. दूसरी तरफ महाड़ के कलई गांव में भूस्खलन हो जाने से यहां पर 400 से 500 लोग फंसे हुए हैं. इसके अलावा कोंकण रेलवे मार्ग पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हो गई और करीब छह हजार यात्री फंस गए हैं.
इसकी वजह से अधिकारियों को बचाव कार्य में प्रशासन की मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) बुलाना पड़ा है. राज्य के कोल्हापुर जिले में भारी बारिश के चलते सड़कों के जलमग्न हो जाने पर करीब 47 गांवों का संपर्क टूट गया है और 965 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा
प्रदेश में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए महाराष्ट्र के सीएमओ ने ट्वीट कर बताया है कि भारतीय नौसेना और भारतीय सेना की इकाइयां रत्नागिरी और रायगड जिलों में बचाव और राहत प्रयासों में शामिल हो गई हैं. वहीं इस बारे में अधिकारी ने बताया कि कुंडलिका और सावित्री नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और इससे क्रमश: रोहा और महाड के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. वहीं, उल्हास नदी का पानी सुबह में कर्जत शहर में घुस आया. जिला प्रशासन के अनुसार महाड कस्बे में 50 वर्षीय एक व्यक्ति की सावित्री नदी में डूबने से मौत हो गई. वहीं कर्जत तालुका में 40 वर्षीय एक व्यक्ति और उनकी बेटी उल्हास नदी में बह गए. सावित्री नदी से पीड़ित संजय नारखेड़े को बाहर निकाल अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.