पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के केंद्रीय कार्यकारणी में शनिवार को कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं. इन बदलावों के बाद पहली बार एनसीपी नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार की प्रतिक्रिया आयी है. अजीत पवार ने कहा कि इस फैसले में कहीं कोई विरोधाभास नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें चल रही है कि पार्टी ने मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं दी है और मैं इससे नाखुश हूं. यह गलत है. सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर ना तो मुझे और ना ही पार्टी के किसी अन्य सदस्य को कोई एतराज है.
अजीत पवार ने दी घटनाक्रम की जानकारी
उन्होंने कहा कि जिस दिन शरद पवार ने इस्तीफा दिया था उसी दिन दो फैसले लिये गये थे. पहला की सभी नेता मिल कर पवार साहब से इस्तीफा वापस लेने की मांग करेंगे. दूसरा, सुप्रिया सुले पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष बनेंगी. अजीत पवार ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि हालांकि, उस समय सभी नेताओं की सहमति यह भी तय हुआ था कि फिलहाल सभी नेता यह कोशिश करेंगे की पवार साहब इस्तीफा वापस लेलें. इस लिए सुप्रीया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा उस समय नहीं की गई.
अजीत बोले- सुप्रिया राष्ट्रीय राजनीति में अच्छा कर रहीं हैं
उन्होंने कहा कि वह मुख्य रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में रुचि रखते हैं. उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र में विपक्ष का नेता और राज्य स्तर पर पार्टी का नेता हूं. सुप्रिया राष्ट्रीय राजनीति में अच्छा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रिया की कई वर्षों से दिल्ली की राजनीति को देख और समझ रही हैं. वहां उनकी एक मजबूत स्थिति है. उन्होंने यह भी कहा कि मेरी मुख्य रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में दिलचस्पी है, इसलिए मैंने हमेशा पार्टी में उस बिंदु को साफ किया है. प्रफुल्ल पटेल और मैं 1991 में एक ही समय सांसद बने, लेकिन जैसा कि मुझे राष्ट्रीय राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी, मैंने इस्तीफा दे दिया और राज्य की राजनीति में शामिल हो गया.