शिलांग : अफ्रीकी स्वाइन बुखार (ASF) के प्रकोप के बाद जिला प्रशासन ने मेघालय के पूर्वी पश्चिम खासी हिल्स में धारा 144 के तहत 28-सूत्रीय प्रतिबंध लगाए हैं और विभिन्न गतिविधियों पर रोक लगा दी है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने कहा कि यह पुष्टि की गई है कि जिले के नोंगकासेन में सरकारी सुअर फार्म में एएसएफ का प्रकोप है. जिलाधिकारी ने एक अधिसूचना में कहा है कि ASF को रोकने, नियंत्रित करने और खत्म करने तथा जिले के बाहर इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए विभिन्न गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है.
यह प्रतिबंध बीमारी के केंद्र से 10 किमी के दायरे में लगाया गया है. जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार, प्रतिबंधों में संक्रमित क्षेत्र से निगरानी क्षेत्रों और रोग मुक्त क्षेत्रों में सूअरों, आनुवंशिक सामग्री, मांस, चारा, उपकरण, पशु चिकित्सा दवाओं की आवाजाही शामिल नहीं है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने त्रिपुरा सरकार ने भी पूर्वोत्तर क्षेत्र सहित देश के विभिन्न हिस्सों में एएसएफ की छिटपुट घटनाओं के बीच सुअर और सुअर के बच्चों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था.
त्रिपुरा के पशु संसाधन विकास (एआरडी) मंत्री सुदांशु दास ने कहा था कि एहतियात के तौर पर देश के विभिन्न हिस्सों में एएसएफ की छिटपुट घटनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने राज्य के बाहर से सुअर के आयात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. एएसएफ का प्रकोप देश के कुछ पूर्वोत्तर, दक्षिणी और उत्तरी राज्यों में भी बताया गया है और इन बीमारियों से प्रभावित क्षेत्रों से अक्सर सुअर और सुअर के बच्चों का आयात किया जा रहा है.